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नई दिल्ली। देश कि राजधानी दिल्ली (Delhi) में रविवार से जारी हिंसा के बीच देश के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने दिल्ली में फिर से अमन-शांति स्थापित करने की अपील की है। कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने पहले ही सचेत किया था कि कुछ लोग दिल्ली को दंगों वाली दिल्ली बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में बेहिसाब हिंसा, आगजनी, पत्थरबाजी और हत्या की घटनाओं ने देश का सीना छलनी कर दिया है। दुर्भाग्य है कि जब हम यह पत्रकार वार्ता कर रहे हैं, उस वक्त भी दिल्ली के कई हिस्सों में हिंसा का नंगा तांडव चल रहा है।
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— Congress Live (@INCIndiaLive) February 25, 2020
सुरजेवाला ने आगे कहा कि जिस प्रकार दिल्लीवासियों का खून सड़कों पर बहाया जा रहा है। भाई-भाई की जान का प्यासा बना है। मानवता और सब रिश्ते तार-तार हो गए हैं। आज गांधी जी के देश की आत्मा खून के आंसू रो रही है। सांप्रदायिक ताकतें और धर्म के आधार पर जहर उगलने वाले तत्वों का चारों ओर बोलबाला है, भारत का सीना छलनी है। कांग्रेस प्रवक्ता (Congress spokesman) ने कहा कि क्या गांधी जी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल के भारत में क्या दुनिया के सबसे युवा देश में हिंसा का ये नंगा नाच किसी भारतीय को मंजूर हो सकता है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) की ओर से हम दिल्ली और देश की जनता से सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और देश को धर्म और मजहब के आधार पर बांटने वाली फिरकापरस्त ताकतों के गलत मंसूबों को विफल करने की अपील करते हैं।
दिल्ली में हो रही हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि हम इन दंगों की कड़ी निंदा करते हैं और दोषियों की पहचान कर असली अपराधियों, उपद्रवियों और उन्हें भड़काने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से हम हिंसा में मारे गए हेड कांस्टेबल रतनलाल और अन्य नागरिकों की मौत पर गहरा शोक व दुख व्यक्त करते हैं। दिल्ली पुलिस के डीसीपी अमित शर्मा और 100 से अधिक घायल व्यक्तियों के स्वस्थ होने की कामना करते हैं। तीन पत्रकार साथियों के साथ जो जघन्य कृत्य हुआ उसकी कड़ी निंदा करते हैं। उन पर हमला करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं।
सुरजेवाला ने आगे कहा कि दिल्ली की जनता काफी समझदार है। लेकिन कुछ सांप्रदायिक शक्तियां अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते पिछले काफी समय से समाज को बांटने और धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण करने का षड्यंत्र कर रही हैं। हमने पहले भी कहा था कि दिल्ली को दंगों वाली दिल्ली बनाने का षड्यंत्र किया जा रहा है। आज कांग्रेस की वो बात सच होती हुई दिख रही है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भरत यात्रा के विषय में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि चिंता का विषय यह है कि जब कोई विदेशी मेहमान हमारे देश के दौरे पर हो तो ऐसे में केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और पुलिस को अतिरिक्त सतर्क रहना चाहिए था लेकिन हैरानी की बात है कि कोई अतिरिक्त सतर्कता दिखाने के बजाए गृह मंत्रालय और दिल्ली की नवनिर्वाचित सरकार राजधानी में हो रही हिंसा, आगजनी, पत्थरबाजी और हत्याओं से इसकदर अनजान बने हुए हैं मानो राजधानी की कानून-व्यवस्था उपद्रवियों के हाथ में सौंप दी गई हो।
सुरजेवाला ने केंद्र और राज्य सरकार से शांति बहाल की अपील करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसा का गांधी जी के भारत में स्थान नहीं हो सकता। आज समय की बात है कि दिल से देश प्यारा हो और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर आज देश के लोग पीएम, गृह मंत्री, दिल्ली के सीएम की ओर देख रहे हैं कि वो आगे बढ़ें और वे यह सुनिश्चित करें कि जमीन पर शांति हो। जमीन पर भाईचारा बने। एक बार फिर सौहार्द्र मार्च निकले। सभी धर्मों के लोगों से बात हो। कानून-व्यवस्था बहाल हो। सारे मामले का पटापेक्ष हो। इसकी जिम्मेदारी पीएम अरविंद केजरीवाल, गृह मंत्री अमित शाह और पीएम नरेन्द्र मोदी पर है। आज आरोप-प्रत्यारोप का दिन नहीं है।
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