-
Advertisement
चूहों ने अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती मरीज के कुतर खाए हाथ-पांव, दो डॉक्टर सस्पेंड
Last Updated on April 1, 2022 by sintu kumar
नई दिल्ली। अस्पताल के आईसीयू वार्ड (ICU Ward) में बहुत ही गंभीर बीमारी के मरीजों को रखा जाता है। कुछ मरीज ऐसे होते हैं, जो जरा भी हिलडुल नहीं सकते और दूसरों पर आश्रित होते हैं। देश के एक अस्पताल (Hospital) में बहुत ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसमें आईसीयू में चूहों (Rats) ने एक मरीज को काट खाया। इसका संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने गुरुवार को अस्पताल के अधीक्षक का ट्रांसफर (Transfer) कर दिया और दो डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया। यह मामला तेलंगाना के वारंगल शहर में सरकार द्वारा संचालित एमजीएम अस्पताल (MGM Hospital) को है।
यह भी पढ़ें:हिमाचल: कोटी धीमान पंचायत के प्रधान, उपप्रधान और वार्ड सदस्य निलंबित, जाने कारण
मरीज के हाथ पैरों से बहा खून
आईसीयू (ICU) में इलाज करवा रहे पी. श्रीनिवास को चूहों ने हाथों और पैरों पर काट लिया, जिससे खून बहने लगा। श्रीनिवास का सांस और किडनी (Kidney) से संबंधित बीमारियों का इलाज चल रहा था और उनकी हालत गंभीर है। उनके परिवार के सदस्यों के अनुसार, उनका पहले एक निजी अस्पताल (Private Hospital) में इलाज चल रहा था और वे खर्च वहन करने में असमर्थ थे, चार दिन पहले उन्हें एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया था।
एक दिन पहले भी काट चुके थे चूहे
मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि चूहों ने उन्हें पहले दिन काट लिया था और उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों (Hospital Staff) को ये जानकारी दी थी, जिन्होंने चूहे के काटने का इलाज किया था। उनके मुताबिक गुरुवार की सुबह चूहों ने उन्हें फिर से काट लिया। मरीज के भाई श्रीकांत ने कहा कि बिस्तर पर खून देखकर वह चौंक गए। चूहों ने उसकी उंगलियां, हाथ और पैर कुतर दिए। जब उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों को सूचित किया तो उन्होंने मरीज के भाई पर ही सवाल उठाया कि वह क्या कर रहे थे।
जल्द लिया गया ये फैसला
इस चौंकाने वाली घटना की जानकारी सामने आने के कुछ घंटे बाद, सरकार ने अधीक्षक डॉ. बी श्रीनिवास राव (Superintendent Dr. B. Srinivasa Rao) को हटा दिया और डॉ. चंद्रशेखर को नया अधीक्षक नियुक्त किया। स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार तड़के घटना के समय ड्यूटी पर मौजूद दो डॉक्टरों को भी सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, मामला सामने आते ही स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव ने घटना को गंभीरता से लिया था और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया था।