-
Advertisement
असली अनामिका शुक्ला को मिला रोज़गार, UP के एक School ने दी अस्थाई नौकरी
Last Updated on June 13, 2020 by Deepak
गोण्डा। उत्तर प्रदेश (UP) के 25 कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में एकसाथ नौकरी (Job) कर एक साल में एक करोड़ रुपये वेतन लेने वाली अनामिका शुक्ला (Anamika Shukla) के मामले में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। इससे पहले इस मामले में यह खुलासा हुआ था कि जिस अनामिका शुक्ला को पुलिस ने शनिवार को कासगंज से पकड़ा था, उसका असली नाम प्रिया जाटव है। जिसके बाद असली अनामिका शुक्ला भी लोगों के सामने आ गई। गोंडा में बेसिक शिक्षा अधिकारी के सामने आईं अनामिका शुक्ला नामक महिला ने दावा किया कि वह कहीं नौकरी (Job) नहीं कर रही हैं, बल्कि उनके शैक्षिक अभिलेखों का दुरुपयोग कर फर्जीवाड़ा किया गया है। जिसके बाद अब खबर आई है कि असली अनामिका शुक्ला को नौकरी मिल गई है।
यह भी पढ़ें: पतंजलि का दावा: बना ली है Coronavirus की दवा, मरीजों पर 100 फीसद मिला रिजल्ट
अब अंबेडकरनगर में भी ‘अनामिका शुक्ला’ गिरफ्तार
सीर बनकट गांव की असली अनामिका शुक्ला को जिले के एक वित्त पोषित विद्यालय प्रबंधक ने नियुक्ति पत्र सौंपा है। इस बीच, संबंधित घटनाक्रम में एक और अनामिका को गिरफ्तार किया गया है। सहारनपुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में ‘अनामिका शुक्ला’ उर्फ प्रिया जाटव की गिरफ्तारी के बाद रायबरेली से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। अब अंबेडकर नगर जिले में भी अनामिका शुक्ला से नाम से नौकरी कर रही एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। अनीता नाम की महिला को मैनपुरी से अरेस्ट किया गया।
यह भी पढ़ें: स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंदिर और Malls के लिए जारी की नई गाइडलाइंस; यहां पढ़ें
पहली और फर्जी ‘अनामिका शुक्ला’ को भी किया जा चुका है अरेस्ट
वह अंबेडकर नगर जिले के रामनगर ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में अनामिका शुक्ला के नाम से फर्जी नौकरी कर रही थी। शिक्षिका को मैनपुरी जिले के बेवर थाना इलाके के लक्ष्मणपुर गांव से पुलिस ने गिरफ्तार किया। थानाध्यक्ष आलापुर बृजेश सिंह ने बताया कि पुलिस आरोपी महिला को उसके गांव से गिरफ्तार करके ट्रांजिट रिमांड पर लेकर अंबेडकर नगर आ रही है। गौरतलब है कि कासगंज जिले में अनामिका शुक्ला के फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी कर रही सुप्रिया जाटव को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह त्यागपत्र देने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंची थी।