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Regularization: शिमला। प्रदेश में अनुबंध पर तैनात कर्मचारियों को तीन वर्ष के सेवाकाल के बाद नियमित करने की अधिसूचना जारी होने के बाद विभाग भी हरकत में आ गए हैं। विभागों ने उन कर्मचारियों की डाटा मांगना शुरू कर दिया है, जिनका 31 मार्च 2017 को अनुबंध पर तीन वर्ष का सेवाकाल पूरा हो गया है। इस कड़ी में उच्च शिक्षा विभाग ने अपने सभी उप निदेशकों से उनके कार्य क्षेत्र के तहत आने वाले सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में तैनात लेक्चरर और पीजीटी शिक्षकों की सूचना एकत्र कर मांगी है।
विभाग के अतिरिक्त निदेशक ने सभी उपनिदेशकों को इस संबंध में पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि 31 मार्च 2017 तक अनुंबध आधार पर लगातार तीन वर्ष तक का सेवाकाल पूरा करने वाले शिक्षकों की जानकारी भेजी जाए। इसके लिए अतिरिक्त निदेशक ने सभी उप निदेशकों को परफार्मा भी भेजा है और कहा है कि वे सभी प्रिसिंपलों से इस परफार्मा में सभी से जानकारी मंगवाएं और विभाग को भेजें।
विभाग ने सभी उपनिदेशकों से जानकारी मांगी है कि अनुबंध होने वाले सभी लेक्चरर और पीजीटी शिक्षकों की पूरी जानकारी 9 मई तक भेजी जाए। विभाग ने अनुंबध के दौरान शिक्षक के व्यवहार को लेकर भी सर्टीफिकेट मांगा है और सेवाकाल की पूरी अवधि कितनी है और अनुबंध पर ज्वाइन करने की तारीख क्या है। विभाग ने कहा है कि तमाम जानकारी तय समय के भीतर पहुंचनी आवश्यक है और इसके लिए सभी उपनिदेशक प्राथमिकता पर कार्य करें।
गौर हो कि 2 मई को कैबिनेट की बैठक में अनुबंध कर्मियों के नियमितिकरण का सेवाकाल 5 वर्ष से घटाकर 3 वर्ष कर दिया गया था। इस संबंध में कार्मिक विभाग ने 4 मई को अधिसूचना जारी कर दी। अतिरिक्त मुख्य सचिव (कार्मिक) ने इसकी अधिसूचना जारी की थी और इसमें अनुबंध कर्मचारियों के नियमितिकरण को लेकर विस्तृत दिशा-निदेश भी जारी किए गए थे। इसके बाद अब विभाग आगे की कार्रवाई को सक्रिय हुए और उच्च शिक्षा विभाग ने इसे लेकर सभी उप निदेशकों को पत्र भेजकर 9 मई तक जानकारी मांगी है।
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