- Advertisement -
देश के कई राज्यों में सेना भर्ती में अग्निपथ योजना का विरोध लगातार तीसरे दिन शुकवार को भी जारी है। बिहार, उत्तर प्रदेश , हरियाणा व उत्तराखंड में युवा इस इस योजना का विरोध करने के लिए बवाल मचाए हुए हैं।उत्तराखंड में ‘अग्निपथ’ को लेकर विरोध जारी है। योजना के विरोध में शुक्रवार सुबह हल्द्वानी में तिरंगा लेकर सड़कों पर उतरे युवाओं पर पुलिस ने लाठियां फटकारीं। कई अधिकारियों के साथ भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है। सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए युवाओं ने तिकोनिया पर जाम लगाया। इस बीच प्रदर्शनकारियों और प्रशासन के बीच तीखी बहस हुई। युवाओं के भारी विरोध के चलते पूरे शहर में भारी फोर्स तैनात की गई है। ड्रोन से नजर रखी जा रही है। इससे पहले गुरुवार को पिथौरागढ़ में सेना भर्ती को लेकर केंद्र सरकार की ओर से पेश की गई। अग्निपथ योजना के खिलाफ युवा सड़कों पर उतर आए थे।
बिहार में सुबह पांच बजे ही बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर पहुंच गए और जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस क्रम में उनके निशाने पर ट्रेन और रेलवे स्टेशन हैं। समस्तीपुर में प्रदर्शनकारियों ने जम्मूतवी-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगा दी। अग्निपथ योजना के तहत सेना भर्ती का विरोध करते प्रदर्शन कर रहे युवा शुक्रवार को सुबह-सुबह हावड़ा दिल्ली लाइन पर डुमरांव स्टेशन के पास ट्रेनों को रोक दिया। समस्तीपुर में जम्मूतवी गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में उपद्रवियों ने आग लगा दी। ट्रेन की दो बोगी जलकर खाक हो गई। लखीसराय में भी प्रदर्शनकारी सुबह से हाथ में डंडे लिए स्टेशन पहुंच गए और जमकर तोडफोड की। इस क्रम में एक ट्रेन में भी आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों के धरना और प्रदर्शन के कारण रेल परिचालन में असर पड़ा है।
आज सुबह की घटना।
ग़ुस्साए युवकों ने बिहार के लखीसराय स्टेशन पर विक्रमशिला को फूंक दू।
अग्निपथ के खिलाफ आंदोलन देशव्यापी हो गया है।
यह चौथा दिन है।
सरकार को यह स्कीम वापस ले लेनी चाहिए।
एज लिमिट बढ़ाने की मरहम पट्टी इन्हें मंजूर नहीं।#Agniveer #Agnipath pic.twitter.com/z6kmYKShGD— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) June 17, 2022
बक्सर में शुक्रवार को तीसरे दिन प्रदर्शनकारियों वे रेल पटरियों को अपना निशाना बनाया। डुमरांव स्टेशन पर रेलवे पटरी पर प्रदर्शनकारी पांच बजे ही पहुंच गए और उसे जाम कर दिया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों को रेल और जिला प्रशासन समझाने में जुटी है।इससे पहले बुधवार और गुरुवार को राज्य के अधिकांश जिलों में अग्निपथ योजना का विरोध हुआ था। छात्र सेना में चार साल की भर्ती वाली इस योजना से नाराज हैं। छात्रों का कहना है कि चार साल की नौकरी के बाद 25 प्रतिशत छात्रों को तो नौकरी मिल जाएगी लेकिन 75 फीसदी लोग बेरोजगार हो जायेंगे।अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार के जमुई जिले के कचहरी चौक पर सेना में भर्ती की तैयारी करने वाले आक्रोशित सैकड़ों युवाओं ने शुक्रवार की सुबह सड़क जाम कर दिया। युवाओं ने वहां पहुंचे ही पास में लगे बैनर पोस्टर सहित अन्य चीजों को उखाड़ कर फेंक दिया और केंद्र सरकार की इस योजना पर आक्रोश व्यक्त किया।
बलिया जिले में शुक्रवार को नई सैन्य भर्ती नीति ‘अग्निपथ’ के विरोध में भीड़ ने एक ट्रेन में तोड़फोड़ की। भीड़ ने रेलवे स्टेशन की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया, इससे पहले कि पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया।बलिया के एसपी राज करण नैयर ने कहा कि वे लोगों की पहचान करने के लिए वीडियो की जांच कर रहे हैं। नैयर ने कहा, ‘हम उन्हें ढूंढेंगे और कार्रवाई करेंगे।’बलिया पुलिस प्रमुख ने कहा कि उन्होंने उनसे बात करने के बाद एक भीड़ को तितर-बितर करने में कामयाबी हासिल की, लेकिन प्रदर्शनकारियों के एक अन्य समूह ने लाठी-डंडों के साथ रेलवे स्टेशन के बाहर सड़कों पर पुलिस से बहस की।विरोध के वीडियो में युवकों को रेलवे स्टेशन पर दुकानों और बेंचों को लाठियों से तोड़ते हुए दिखाया गया है। कई राज्यों ने पुलिस भर्ती में अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणा की है। कई विभागों ने भी इन लोगों की प्राथमिकता देने की घोषणा की है। इसी बीच, केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के लिए ऊपरी आयु सीमा को 21 साल से बढ़ाकर 23 साल करने का फैसला किया है।
–आईएएनएस
- Advertisement -