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होशंगाबाद। मध्य प्रदेश के पिपरिया जिले के नया गांव में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के प्रतिबंधित जंगल में पेड़ चर्चा का विषय बना है। पुलिस और प्रशासन के लिए महुए का यह पेड़ मुसीबत बन चुका है। ऐसा बोला जा रहा है कि पेड़ के तने को छूने से बीमारी दूर हो रही है।अब यह अफवाह है या किसी की शरारत यह तो नहीं पता, लेकिन इस बात को सुनकर काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। जिसके चलते कानून व्यवस्था बनाए रखना पुलिस और प्रशासन के लिए जी का जंजाल बनता जा रहा है। मामले की गंभीरता देखते हुए प्रशासन ने यहां सुरक्षा के लिए आसपास के पांच थानों के सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया है, ताकी किसी प्रकार की कोई हिंसा न फैल सके। लोग पेड़ को छू ही नहीं रहे हैं, बल्कि उससे चिपककर खड़े भी हो रहे हैं।
पेड़ को लेकर तरह तरह की बातें की जा रही हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि अगर कोई व्यक्ति जमीन पर हाथ रखता है जो वह अपने आप सरकते हुए पेड़ के पास चला जाता है। नवरात्र के दिनों में यह बात फैली। इसके बाद इतनी वायरल हुई कि प्रदेश के दूसरे हिस्सों से भी लोग पहुंचने लगे। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के विजिट क्रमांक 351 के इस जंगल में आम आदमी का प्रवेश प्रतिबंधित है, लेकिन नवरात्र से लेकर अब तक लाखों लोग यहां आ चुके हैं।
बीते रविवार को तो पिपरिया शहर की यातायात व्यवस्था ही बिगड़ गई थी, जिसके चलते स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आईजी, एसपी सहित कई थानों से पुलिस बल मौके पर भेजे गए। वन विभाग के अफसरों के मुताबिक, वे पिछले एक महीने से समस्या का सामना कर रहे हैं। महुए का यह पेड़ बाघ अभ्यारण्य (टाइगर रिजर्व) के बफर जोन में आता है। यहां पर देर रात भी लोगों के आने का सिलसिला जारी रहता है और पूरी रात यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। प्रशासन की ओर से इस अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की जा रही है, लेकिन इसका आम लोगों पर कुछ खास असर होता नहीं दिख रहा है।
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