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भारतीय अंतरिक्षयात्रियों को प्रशिक्षित करने के लिए उत्सुक है रूस, 11 महीने चलेगी ट्रेनिंग
Last Updated on January 17, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। रूसी राजनयिक रोमान बाबुश्किन ने शुक्रवार को कहा कि रूस ‘गगनयान‘ मिशन (Mission Gaganyaan) के लिए भारतीय अंतरिक्षयात्रियों (Indian astronauts) की एक टीम को प्रशिक्षित करने के लिए उत्सुक और तैयार है। बाबुश्किन ने भारत यात्रा के दौरान कहा, ‘इस महीने भारतीय अंतरिक्षयात्री रूस जाने वाले हैं, रूस को अंतरिक्षयात्रियों को प्रशिक्षित करने की महारत हासिल है जो कि हमने दशकों में पाई है।’ बता दें कि गगनयान परियोजना के लिए चुने गए चार अंतरिक्ष यात्रियों को रूस में 11 महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। एयरफोर्स से चुने गए चार जवानों की ट्रेनिंग रूस (Russia) में जनवरी के तीसरे हफ्ते से शुरू हो जाएगी।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि हमारे गगननॉट्स (Gaganauts) की ट्रेनिंग रूस में 11 महीने चलेगी। इसके बाद वे भारत में आकर क्रू मॉड्यूल की ट्रेनिंग लेंगे। ये ट्रेनिंग बेंगलुरु के पास चलकेरा में होने की संभावना है। इसमें अंतरिक्ष यात्रियों को यान के परिचालन व उसमें काम करना सिखाया जाएगा।’ 10 हजार करोड़ की लागत वाली इस परियोजना को आजादी की 75वीं सालगिरह के अवसर पर वर्ष 2022 में लांच किए जाने की उम्मीद है। भारत का शक्तिशाली प्रक्षेपण यान बाहुबली जीएसएलवी मार्क-3 इन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जाएगा। गगनयान मिशन के तहत ISRO तीन अंतरिक्षयात्रियों को पृथ्वी से 400 किमी ऊपर अंतरिक्ष में सात दिन की यात्रा कराएगा। इन अतंरिक्षयात्रियों को सात दिन के लिए पृथ्वी की लो-ऑर्बिट में चक्कर लगाना होगा।