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रूस में बनी Covid-19 वैक्सीन स्पूतनिक वी का भारत में भी होगा ट्रायल, डॉ रेड्डी को मिली मंजूरी
Last Updated on October 18, 2020 by
नई दिल्ली। रूस (Russia) में निर्मित कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik-V) के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) की तरफ से मंजूरी दे दी गई है। इससे पहले इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया था, लेकिन अब डॉक्टर रेडी को रूसी कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी दे दी है। बता दें कि यह वही वैक्सीन है जिसे लॉन्च करते हुए रूस में दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने का दावा किया था। हालांकि इस वैक्सीन पर कई सारे सवाल खड़े किए जा चुके हैं।
भारत में 30 करोड़ वैक्सीन का होना है निर्माण; 10 करोड़ देश को मिलेंगी
अब इसके ट्रायल को मंजूरी मिलने की जानकारी देते हुए डॉ रेड्डी और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने एक संयुक्त बयान जारी कर बताया कि यह एक बहु केंद्र और यादृक्षित नियंत्रित अध्ययन होगा जिसमें सुरक्षा और प्रतिरक्षाजनकता का अध्ययन किया जाएगा। बता दें कि रूस में निर्मित कोविड-19 वैक्सीन स्पूतनिक वी को रूस के कुछ ही लोगों पर ट्रायल किया गया था इस वजह से ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने डॉक्टर रेडी के प्रस्ताव पर सवाल उठाए थे कि आखिर कैसे भारत की बड़ी आबादी पर इसका टेस्ट किया जाए। वहीं अब वर्तमान में स्पूतनिक वी का पोस्ट रजिस्ट्रेशन फेस 3 ट्रायल चल रहा है जिसमें करीब 40000 प्रतिभागियों को शामिल किया गया है।
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बता दें कि सितंबर महीने में डॉ रेड्डी और आरडीआईएफ ने स्पूतनिक वी के क्लीनिकल ट्रायल और भारत में इस वैक्सीन के वितरण को लेकर एक साझेदारी की थी। इस साझेदारी के तहत भारत में स्पूतनिक वीके 30 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जाना तय हुआ था जिसमें से 10 करोड़ यूनिट भारत को मिलनी थी। डॉक्टर रेड्डी लैबोरेट्रीज के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हम पूरी प्रक्रिया में डीसीजीआई की वैज्ञानिक कड़ाई और मार्गदर्शन को स्वीकार करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह बड़ी बात है कि जिसमें हमें भारत में क्लिनिकल ट्रायल को शुरू करने की मंजूरी मिली है और महामारी का सामना करने के लिए हम सुरक्षित और कारगर वैक्सीन लाने के लिए प्रतिबद्ध है।