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18 से कम और 60 साल से ज्यादा उम्र वालों को नहीं दी जाएंगी रूसी वैक्सीन Sputnik-V !
Last Updated on August 13, 2020 by
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गौर हो कि मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) ने ऐलान किया था कि रूस ने सफल कोरोना वैक्सीन बना ली है। लेकिन दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने चिंता जाहिर की है क्योंकि रूसी कोरोना वैक्सीन का फेज-3 ट्रायल नहीं किया गया है। वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं, इसके लिए दुनियाभर के एक्सपर्ट फेज-3 ट्रायल को अहम बताते हैं। WHO का भी कहना है कि फेज-2 और फेज-3 ट्रायल के बाद ही वैक्सीन के सफल या असफल होने का पता चल सकता है।
अन्य दवाओं के साथ रिएक्शन के बारे में होनी है स्टडी
खुद रूस का कहना है कि सऊदी अरब, यूएई, ब्राजील, मैक्सिको और रूस में 12 अगस्त से उसकी वैक्सीन (Sputnik-V) का फेज-3 ट्रायल शुरू हो रहा है। फेज-3 ट्रायल में 2000 लोगों के शामिल करने की बात कही गई है। रूस (Russia) के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 11 अगस्त को आपातकालीन नियमों के तहत वैक्सीन को पहले और दूसरे ट्रायल के आधार पर मंजूरी दी, लेकिन पुतिन ने कहा कि वैक्सीन की सभी जांच कर ली गई है। रूस की कोरोना वैक्सीन का अन्य दवाओं के साथ क्या रिएक्शन होता है, इसके बारे में भी फिलहाल स्टडी नहीं की गई है। रूस के गामलेया इंस्टीट्यूट का कहना है कि कानूनी तौर पर बच्चों पर वैक्सीन टेस्ट करने से पहले कई कागजात जमा कराने होते हैं। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद अब हम इसे शुरू करने जा रहे हैं।