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जम्मू। जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में गुपकार (Gupkaar) में हाहाकार मच गया है। पीपुल्स एलांयस फॉर गुपकार डिक्लेयरेशन यानी पीएजीडी (PAGD) से सज्जाद गनी लोन (Sajjad Lone) किनार कर चुके हैं। लोन के पीएजीडी से किनारा करने के बाद अब गुपकार का भविष्य (Gupkaar future) भी खतरे में पड़ गया है। बताया जा रहा है कि अब पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) भी इसमें खुद को असहज महसूस कर रही हैं। बता दें कि पीएजीडी का मुख्य मकसद जम्मू-कश्मीर (Jammur-Kashmir) में पहले जैसी संवैधिनक स्थिति को बहाल करना है। इसी मकसद से गुपकार एलांयस का गठन हुआ था।
डीडीसी चुनाव पर टिप्पणी करते हुए सज्जाद लोन ने कहा था कि इस गठबंधन को त्याग की जरूरत थी, लेकिन कोई भी पार्टी जगह देने के लिए ही तैयार नहीं है और ना ही कोई त्याग करना चाहता है। ये कहते हुए पीपल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद गनी लोन ने खुद को पीएजीडी से बाहर करने का ऐनाल किया था। इसके साथ ही अब गुपकार गठबंधन के वजूद पर भी खतरा मंडरा गया है। लोन ने पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला को इस बाबत एक लैटर भी लिखा और जीएपीडी से अलग होने की वजह भी बताईं।
आपको बता दें कि गुपकार में छह दलों का गठबंधन है। इसका गठन पिछले साल ही किया गया था। पीएजीडी में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी सहित कुल मिलाकर छह दल थे। इसमें से अब सज्जाद लोन की पार्टी अलग हो चुकी है। ऐसे में घटक दलों के छिटकने के बाद अब गुपकार के वजूद पर भी खतरा मंडराता नजर आ रहा है। दरअसल सभी दलों ने जम्मू-कश्मीर में पुरानी स्थिति बहाल ना होने तक चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया था, लेकिन डीडीसी चुनाव में सभी ने अपने उम्मीदवार चुनाव में उतार दिए। इससे अब गठबंधन में दरार बढ़ गई है।
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