-
Advertisement
Mandi Shivratri: सराजी शिवरात्रि का सैई, बांठड़ा, बदारू हो सकते हैं विशेष आकर्षण
Last Updated on February 10, 2020 by
मंडी। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव-2020 ( International Shivratri Festival -2020) में मंडी जिला की प्राचीन संस्कृति के दर्शन होंगे। इसके लिए प्रशासन ने सर्व देवता समिति से कुछ हटकर करने का आग्रह किया है। इस पर समिति खंड स्तर पर कारदार व पुजारियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं भी जान रहे हैं और प्राचीन संस्कृति का भी पता लगा रहे हैं। स्नोर बदार, सराज घाटी के प्रधान, पुजारियों व गुर के साथ बैठकर सर्व देवता समिति( Sarv Devta Samiti) के प्रधान शिवपाल शर्मा ने विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया। सर्व देवता समिति के प्रधान शिव पाल शर्मा ने बताया कि बैठक में सभी ने हामी भरी है कि प्राचीन काल की देव परंपरा को आगे भी चलाने के लिए काम किया जाएगा।
बैठक में हर घाटी के बांठड़ा के अलग स्वरूप होने की बात सामने आई। उन्होंने बताया कि सराजी शिवरात्रि का सैई, बांठडे़, बदारु, सराजी नाटी भी शिवरात्रि महोत्सव में जनता के समक्ष लाने को लेकर चर्चा की गई। यह भी मंडी जिला की प्राचीन समृद्ध संस्कृति में शामिल हैं। प्राचीन संस्कृति को लेकर डीसी से चर्चा की जाएगी और अंतिम निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बैठक में समस्त कारदारों ने नए देवता पंजीकृत करने के बारे मे सहमति प्रकट नहीं की। तर्क दिया गया कि ठहरने की व्यवस्था होने पर ही आगामी कार्रवाई अमल पर लाई जाएगी। इसके अलावा पधर में हुई बैठक में सेरी मंच में चौहारघाटी के देवी देवताओं की देव खेल को लेकर सभी सहमति दी। बता दें कि देव खेल भी आकर्षण का केंद्र रहता है।
बैठक में समस्त कारदारों ने मांग रखी है कि मानदेय राशन भत्ता को 20 रुपये बढ़ाया जाए और लकड़ी की मात्रा भी अधिक की जाए। बंजतरियों का मानदेय भी बढ़ाया। शिवपाल शर्मा ने बताया कि उपायुक्त के समक्ष मांगे उठाई गई हैं। उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि इन मांगों पर प्रशासन विचार कर पूरा करेगा।