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Sarv Devta Samiti Mandi //Government of Himachal Pradesh //Himachal Pradesh
Last Updated on November 27, 2022 by Neha Raina
हिमाचल प्रदेश देव भूमि है लेकिन यहां पर कई ऐसे मंदिर हैं जिनके पास अपनी भूमि नहीं है। सरकारी भूमि पर बने पुराने मंदिरों को देवता के नाम करने की मांग काफी लंबे समय से चली आ रही है लेकिन अभी तक किसी सरकार व प्रशासन ने इस ओर कोई पहल नहीं की है। अब एक बार फिर से मंडी जिला सर्व देवता समिति ने प्रदेश में बनने वाली सरकार व प्रशासन से इस समस्या की ओर ध्यान देने की गुहार लगाई है। इसके साथ ही मंडी में आयोजित सर्व देवता समिति मंडी की आम सभा में अन्य कई मुद्दों को लेकर भी चर्चा की गई। इस आम सभा की बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने की जिसमें सभी देवताओं के कारदारों और बजंतरियों ने भी भाग लिया। आम सभा उपरांत उन्होंने मीडिया से वार्ता के दौरान बताया कि यदि कोई सरकार सरकारी भूमि पर बने मंदिरों की जमीन को देवता के नाम करेगा तो यह पूरे प्रदेश में एक ऐतिहासिक फैसला होगा। उन्होंने बताया कि यदि भूमि देवता के नाम पर होगी तो वहां पर शौचालय, साफ-सफाई आदि की व्यवस्था समिति द्वारा की जा सकती है। इसके साथ ही सर्व देवता समिति ने आगामी अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले के दौरान पड्डल में देवी देवताओं के बैठने के लिए सही व्यवस्था करने की मांग जिला प्रशासन से की है। समिति का कहना है कि जहां पर देवता बैठते थे वहां पर कालेज का भवन बनाया जा रहा है जिससे पिछले वर्ष भी काफी परेशानी हुई। देवता समिति ने जिला प्रशासन मंडी से इस स्थान को दिसंबर के अंत तक या फिर जनवरी में पूरी तरह से खाली करवाने की मांग की है।