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Quarantine Center में रखे सवर्ण युवकों की शर्मनाक हरकत, दलित के हाथ से बना खाना खाने से किया इनकार
Last Updated on May 19, 2020 by
नैनीताल। पूरा देश समय एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। जब हमें मिलाकर एकदूसरे का हौसला बढ़ाना चाहिए ऐसे में उत्तराखंड से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। उत्तराखंड (Uttrakhand) में नैनीताल (Nainital) जिले के ओखलकांडा ब्लॉक के एक गांव में क्वारंटाइन किए गए दो सवर्ण लड़कों ने गांव की ही रहने वाली दलित महिला के हाथ से बना खाना खाने से इनकार कर दिया। मामला ग्राम प्रधान तक पहुंचा तो उन्होंने पहले दोनों को समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो पटवारी चौकी में शिकायत दर्ज करवा दी।
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हिमाचल प्रदेश और हल्द्वानी से आए हैं चाचा-भतीजा
जानकारी के अनुसार ओखलकांडा ब्लॉक के भुमका गांव में हिमाचल प्रदेश और हल्द्वानी से आए चाचा-भतीजे को स्कूल में बने क्वारंटाइन सेंटर (Quarantine Center) में रखा गया है। सेंटर में खाना-पीना बनाने की जिम्मेदारी स्कूल में भोजनमाता का काम करने वाली एक दलित महिला को दी गई है। क्वारंटाइन किए गए दोनों युवक इस महिला के हाथ से बना हुआ भोजन और दिया हुआ खाना खाने से इनकार कर रहे हैं। अब इन दोनों के लिए घर से बना खाना मंगाया जा रहा है। गांव के प्रधान मुकेश चंद्र बौद्ध ने नाई पट्टी के पटवारी को इस मामले की शिकायत (complaint) की है। उन्होंने बताया कि उनके गांव में बाहर से आए 5 प्रवासियों को क्वारंटाइन किया गया है जिसमें तीन दलित और दो सवर्ण शामिल हैं। सवर्णों ने क्वारंटाइन सेंटर में मिल रहा भोजन करने से इनकार कर दिया। दोनों की दलील है कि भोजन बनाने वाली महिला दलित है इसलिए वह उसके हाथ का भोजन नहीं कर सकते इसलिए उन्हें घर का भोजन दिया जाए। प्रधान ने दोनों सवर्णों के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पटवारी ने ग्राम प्रधान को कार्रवाई का आश्वासन दिया है।