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SC ने पूछा- क्या निर्माण पर रोक के बाद भी सेंट्रल विस्टा का चल रहा है काम ?
Last Updated on November 29, 2021 by Piyush
नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर में हवा की खराब गुणवत्ता के मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर चिंता जाहिर की। साथ ही कहा कि अब कोरोना का खतरा एक बार फिर से बढ़ता जा रहा है। वहीं, सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा कि क्या दिल्ली में निमार्ण पर रोक के बावजूद भी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है? इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा कि क्या सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में निर्माण कार्य जारी रखने से धूल प्रदूषण बढ़ रहा है। वहीं, केंद्र की ओर से दलील पेश करने के कोर्ट में मौजूद सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से पूछा कि अब तक सरकार द्वारा क्या कदम उठाए गए हैं।
राज्यों ने क्या कदम उठाए?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर राज्य सरकारें वायु प्रदूषण पर केंद्र और आयोग की ओर से जारी निर्देशों का पालन नहीं करती हैं, तो वह प्रदूषण को कम करने के कदम उठाने के लिए टास्क फोर्स का गठन करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और यूपी सरकारों से वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी। इसे लेकर दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से गाइडलाइन जारी की गई थी।
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पौधारोपण की योजना 12 हफ्ते के भीतर करें पेश
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को राजधानी में पेड़-पौधे लगाने के लिए योजना तैयार करने के निर्देश दिए। सप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार 12 हफ्ते के भीतर पौधारोपण की योजना को पेश करें। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को फेज-IV मेट्रो विस्तार परियोजना को लेकर पेड़ों को काटने के लिए मुख्य वन संरक्षक की इजाजत लेने का निर्देश दिया। SC में अब इस मामले की सुनवाई 2 दिसंबर को होगी।
सेंट्रल विस्टा क्या है?
नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक के 3.2 किमी लंबे एरिया को सेंट्रल विस्टा कहते हैं। इसकी कहानी 1911 से शुरू होती है। ये वो दौर था जब भारत में अंग्रेजों का शासन था। कलकत्ता उनकी राजधानी थी, लेकिन बंगाल में बढ़ते विरोध के बीच दिसंबर 1911 में किंग जॉर्ज पंचम ने भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली शिफ्ट करने का ऐलान किया। दिल्ली में अहम इमारतें बनाने का जिम्मा मिला एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर को। इन दोनों ने ही सेंट्रल विस्टा को डिजाइन किया। ये प्रोजेक्ट वॉशिंगटन के कैपिटल कॉम्प्लेक्स और पेरिस के शान्स एलिजे से प्रेरित था।
इस वक्त सेंट्रल विस्टा के अंदर राष्ट्रपति भवन, संसद, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक, रेल भवन, वायु भवन, कृषि भवन, उद्योग भवन, शास्त्री भवन, निर्माण भवन, नेशनल आर्काइव्ज, जवाहर भवन, इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स (IGNCA), उपराष्ट्रपति का घर, नेशनल म्यूजियम, विज्ञान भवन, रक्षा भवन, वाणिज्य भवन, हैदराबाद हाउस, जामनगर हाउस, इंडिया गेट, नेशनल वॉर मेमोरियल, बीकानेर हाउस आते हैं।