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स्कूली बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ.साथ सभ्यता संस्कृति और जीवन यापन से जुड़ी कई चीजों का ज्ञान देने के लिए स्कॉलर यूनिफाइड स्कूल में श्रीमद्भागवत गीता को आधार बनाते हुए गीता जयंती पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य धीरज शर्मा की अगुवाई में आयोजित किए गए कार्यक्रम के दौरान श्रीमद्भागवत गीता के सभी 18 अध्यायों के साथ श्लोकों का अर्थ सहित उच्चारण स्कूल के बच्चों ने किया। स्कूल की छात्रा वृंदा शर्मा ने गीता के सार से कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसके बाद सभी 700 श्लोक प्रत्येक छात्र ने अर्थ सहित सुना कर श्रीमद्भागवत गीता के संपूर्ण पाठ का समापन किया। प्रधानाचार्य धीरज शर्मा ने कहा कि बच्चों को किताबी शिक्षा के साथ.साथ संस्कृति में निपुण करने के लिए इस प्रकार के आयोजन किए जाते हैं। स्कूल के प्रधानाचार्य धीरज शर्मा ने बताया कि गीता एक ऐसा धर्म के ग्रंथ हैए जिसमें जीवन का समूचा सार जुड़ा है। उन्होंने कहा कि गीता के 18 अध्याय में समाए यह सभी 700 श्लोक अध्ययन करने पर व्यक्ति को न केवल जीवन जीने की कला सिखाते हैं अपितु विकट परिस्थितियों में निकलने का मार्ग भी स्वतरू ही मिल जाता। उन्होंने कहा कि विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ सभ्यता और संस्कृति से जुड़ी चीजों को भी बच्चों के साथ साझा किया जाता है, ताकि वह आगे चलकर इन सभी धार्मिक ग्रंथों परंपराओं को न केवल संभाल सके अपितु इन्हें आगे ले जाने का भी काम कर सके।
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