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Results for "कोरोना महामारी"
रामलाल का तंज- क्या बीजेपी ने Coronavirus के लिए लक्ष्मणरेखा खींच दी है
रामलाल ने स्पष्ट किया कि वे इस मामले को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते तथा इस महामारी से बचने के लिए सभी को अपने-अपने कर्तव्यों को निर्वहन करना चाहिए।
खबर का असर : Sujanpur सहित अन्य सभी मेलों और सार्वजनिक उत्सवों पर रोक
हिमाचल अभी अभी (Himachal Abhi Abhi) ने ये मामला सोमवार सुबह ही प्रमुखता से उठाया था और कुछ ही देर में खबर का असर देखने को मिला।
Coronavirus के खौफ से बेखबर सुजानपुर में अभी भी चल रहा मेला
नगर परिषद सुजानपुर के अध्यक्ष अशोक मेहरा ने कहा कि एहतियातन सुजानपुर चौग़ान में चल रहा अनाधिकृत मेला बंद हो जाना चाहिए।
SAARC देशों से बोले PM मोदी- ‘घबराने नहीं सावधान रहने की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा- WHO ने इसे माहमारी घोषित किया, सार्क देशों को एकसाथ कदम उठाने की जरूरत है। भारत ने कोरोना की जांच के लिए 66 लैब बनाए।
अनिल विज की नसीहत, कहा- ‘जीव-जंतु खाकर मानव जाति के लिए खतरा मत पैदा करो’
ऐसे में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कुछ जिलों में स्कूल- कॉलेज और विश्वविद्यालयों को 31 मार्च तक बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड में Coronavirus आपदा घोषित, मृत्यु पर परिवार को मुआवजा, ईलाज का खर्च उठाएगी सरकार
इन सब मामलों में राज्य आपदा प्रबंधन कमेटी फैसला करेगी। आपदा घोषित करने के साथ ही नई गाइड लाइन्स जारी कर दी गई हैं।
Coronavirus से निपटने के लिए भारत के पास 30 दिन शेष, नहीं तो होगा ये अंजाम
दूसरे स्टेज का कोरोना वायरस से मतलब है कि अभी तक केवल उन्हीं लोगों में कोरोना वायरस पाया गया है जो एफ्फेक्टेड देश से लौटे हैं। अभी यह बीमारी स्थानीय लोगों द्वारा एक दूसरे में नहीं फैली है।
Coronavirus से भारत में दूसरी मौत, दिल्ली में महिला ने तोड़ा दम
दूसरी तरफ अमेरिका कोरोना वायरस को लेकर इमरजेंसी घोषित करने की तैयारी में है। भारतीय समय रात 12 बजे अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रेप इसकी घोषणा कर सकते हैं।
बिग ब्रेकिंगः भारत में Coronavirus से पहली मौत, कर्नाटक का मामला
तेलंगाना सरकार का कहना है कि मरीज का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा था। बता दें कि भारत में अभी तक कोरोना वायरस के 74 केस सामने आए हैं।
Budget Session : SCA Election बहाल करने पर शिक्षा मंत्री क्या बोले, पढ़ें
शैक्षणिक संस्थानों (Educational institution) में कानून व्यवस्था के बिगड़ने पर तत्कालीन सरकार ने यह निर्णय लिया था। छात्र संघ चुनाव सरकार तय नहीं करती हैं।