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सिक्योरिटी गार्ड ने खड़े-खड़े बर्बाद कर दिए साढ़े सात करोड़ रुपए, क्या थी वजह…यहां जानें
नौकरी (Job) करते-करते एक शख्स ऐसा उब गया कि उसने साढ़े सात करोड़ का नुकसान ही कर डाला। इस शख्स की नौकरी का यह पहला दिन था। यह अजीबोगरीब मामला पश्चिमी-मध्य रूस (Russia) के येकातेरिनबर्ग शहर में बोरिस श्येल्तसिन प्रेसिडेंशियल सेंटर का है। इस आर्ट गैलरी (Art Gallery) में तैनात सिक्योरिटी गार्ड खाली खड़े-खड़े इस कदर ऊब गया कि उसने गैलरी में रखी पेटिंग (Painting) पर अपनी ऐसी कलाकारी दिखाई कि मामला दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गया।
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बर्बाद कर दी करोड़ों की पेंटिंग
सिक्योरिटी गार्ड (Security Guard ) ने बोरियत होने पर 75206182 रुपए की पेंटिंग में बने फेसलेस फिगर्स पर आंखें बना दीं। उसकी इस कारस्तानी के कारण पूरी पेंटिंग का असल वजूद ही खत्म हो गया। जब बंदे से पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया तो जनाब ने कहा कि वह ड्यूटी (Duty) के पहले दिन खड़े.खड़े ऊब रहे थे। वैसे तो इस पेटिंग की सही कीमत का अंदाजा किसी को नहीं है, लेकिन अल्फा बीमा कंपनी (Alpha Insurance Company) के साथ 74000 के लिए इसका बीमा किया गया था।
फेसलेस फिगर्स की आंखें बना दीं
रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रदर्शनी 7 दिसंबर को येल्तसिन सेंटर (Yeltsin Center) में आयोजित हुई थी। उसी दौरान चौकीदार ने मशहूर आर्टिस्ट अन्ना लेपोस्कार्या की थ्री फिगर्स पेंटिंग (Three Figures Painting) पर बॉलपॉइंट पेन से आंखें बना डाली। दावा किया गया कि प्रदर्शनी देखने आए विजिटर्स ने सिक्योरिटी गार्ड को पेंटिंग में तीन में से दो आकृतियों पर पेन (Pen) चलाते देखा था।
पेंटिंग को ठीक करने में होगा इतना खर्च!
फिलहाल, गार्ड की पहचान को उजागर नहीं किया गया है, लेकिन इस लापरवाही के कारण सुरक्षा कंपनी (Security Company) ने उसे तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया। बता दें, इस पेंटिंग 1932 और 1934 के बीच रूसी अवंत.गार्डे आर्टिस्ट काजिमिर मालेविच के स्टूडेंट अन्ना लेपोर्स्काया द्वारा बना गया था। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि पेंटिंग को ठीक करने में लगभग 2ण्5 लाख रुपए खर्च होंगे। वहीं, प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी पेंटिंग के रिस्टोरेशन का खर्च उठाएगी, जिसके लिए सुरक्षा गार्ड काम करता था।