-
Advertisement
वीरभद्र के गृह विधानसभा क्षेत्र में Congress को झटका, नाराज दिग्गज नेता ने दिया इस्तीफा
Last Updated on January 25, 2021 by Sintu Kumar
दयाराम कश्यप/सोलन। हिमाचल पूर्ण राज्यत्व दिवस (Himachal Satehood) के स्वर्ण जयंती अवसर पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह (Former CM Virbhadra Singh) के विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को झटका लगा है। अर्की कांग्रेस के एक दिग्गज नेता व कार्यकर्ता डीडी शर्मा ने अपनी प्राथमिक सदस्यता के साथ अन्य पदों से त्याग पत्र दे दिया है। डीडी शर्मा ने अर्की में प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व ब्लॉक तथा जिला पदाधिकरियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाए हैं। उन्होंने कहा कि वह 30 वर्ष से कांग्रेस (Congress) पार्टी के सच्चे सिपाही की तरह सेवा करते रहे हैं। इस दौरान वह बीडीसी सदस्य, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष, जिला उपाध्य्क्ष सोलन, महासचिव प्रदेश कांग्रेस, ब्लॉक सचिव एवं वर्तमान में जिला संयोजक पंचायती राज सोलन के पद पर अपनी सेवाएं देते रहे हैं।
यह भी पढ़ें: HP Statehood Day:कांग्रेस ने याद किए इंदिरा गांधी व डॉ परमार, कार्यक्रम के राजनीतिकऱण पर हुए खफा
उन्होंने कहा कि त्यागपत्र देने का मुख्य कारण हाल ही में हुए जिला परिषद (Zila parishad) के चुनाव में उनके द्वारा समर्थन की मांग को शीर्ष नेताओं व अन्य सभी स्तर के नेताओं द्वारा खारिज कर बिना जनाधार वाले लोगों को समर्थन देना है। उन्होंने कहा कि आज अर्की (Arki) की तीन सीटों पर पार्टी द्वारा दिए गए उम्मीदवारों का हारना पार्टी के स्थानीय नेतृत्व की कार्यशैली पर उंगली उठाता है। क्योंकि वे लोग बिना जनाधार वाले लोग के साथ थे। साथ ही दूसरा कारण स्थानीय नेताओं का अपने प्रत्याशियों के हक में प्रचार ना करना है व एक दूसरे को नीचा दिखाने तथा परिवारवाद को बढ़ावा देना रहा है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब प्रदेश सचिव के गृह क्षेत्र से तीन कांग्रेस विचारधारा के नवनिर्मित प्रधान जीत सकते हैं, तो उसी जिला परिषद वार्ड से बीजेपी (BJP) के उम्मीदवार को भारी बढ़त मिलना स्थानीय नेतृत्व की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाता है। इससे ज्ञात होता है कि इन चुनाव में पार्टी का हित त्याग कर परिवार के हित में कार्य किया गया है। यही कारण रहा कि अर्की की चारों जिला परिषद के वार्डों में कांग्रेस पार्टी को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। इसलिए उन्हें दुखी मन से त्यागपत्र देना पड़ रहा है।