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नितेश सैनी/सुंदरनगर। मंडी जिला के सुंदरनगर की कोर्ट एक में कार्यरत अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (एसीजेएम) गौरव शर्मा रंगे हाथों 40 हजार रुपए की रिश्वत लेता पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि एनआईए एक्ट के तहत एक व्यक्ति के लाखों रुपए के विभिन्न मामले उपरोक्त जज के कोर्ट में चले हुए थे, जिन्हें जल्द निपटाने की एवज में जज ने प्रार्थी को अपने चैंबर में बुलाया और उससे 40 हजार रुपए रिश्वत की मांग की और उसे अपना मोबाइल नंबर भी दिया।
काफी दिन बीत जाने पर जब प्रार्थी ने गौरव से सम्पर्क न किया तो उसने खुद ही उससे संपर्क कर उसे 2 दिनों के भीतर उसके निवास पर देर शाम 40 हजार रुपए नकदी पहुंचाने की मांग की।
प्रार्थी ने विजी
विजिलेंस को दी मामले की जानकारी
मामला हाई प्रोफाइल व न्यायपालिका से संबंधित होने के चलते शिकायतकर्ता ने शिमला मुख्यालय में तैनात डीआईजी विजिलेंस अरविंद शारदा को पूरे मामले की जानकारी दी, जिन्होंने मंडी रेंज के एसपी विजिलेंस कपिल शर्मा को कार्रवाई के आदेश दिए, जिस पर डीएसपी अभिमन्यु वर्मा की अगुवाई में एक 14 सदस्यीय टीम गठित की गई, जिसमें टीम ने सभी तथ्यों की गहन छानबीन के बाद जाल बिछाते हुए जज को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए उनके सरकारी आवास से पकड़ा, जिन्हें बुधवार को मंडी कोर्ट में पेश किया जाएगा।
मनाली में भी दे चुका हैं सेवाएं
बताया जा रहा है कि उक्त जज पूर्व में मनाली में भी सेवाएं दे चुका है। यह पूरी कार्रवाई पूर्णत: गोपनीय रखी गई थी। जज को रंगे हाथों 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकडऩे जाने के उपरांत हिरासत में भी ले लिया गया है। प्रदेश में यह अपनी तरह का पहला मामला है। इस बारे में डीआईजी विजिलेंस अरविंद शारदा से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि मैं अवकाश पर हूं ,बेहतर होगा कि एसपी विजिलेंस मंडी कपिल शर्मा से बात करें। एसपी विजिलेंस कपिल शर्मा ने कहा कि टीम कार्रवाई में जुटी है अभी बात नहीं हो सकती।
हाईकोर्ट की अंनुमति के उपरांत विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है । यह कार्रवाई पूर्णतया गुप्त रखी गई थी । जज को रंगे हाथों 40 हजार की रिश्वत लेते पकड़ने जाने उपरांत हिरासत में ले लिया गया है।
अभिमन्यु वर्मा,डीएसपी विज़िलेंस, मंडी जोन
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