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Trout Fish का अवैध शिकार करते सात लोग पकड़े, 13,500 रुपए जुर्माना वसूला
Last Updated on June 20, 2020 by
कुल्लू। मत्स्य विभाग ने तीर्थन नदी के सहायक नदी-नालों में मछलियों का अवैध शिकार करते हुए 7 लोगों को पकड़ा। मत्स्य विभाग ट्राउट फार्म हामनी के मत्स्य अधिकारी दुनी चन्द आर्य ने बताया कि ये लोग तीर्थन नदी के सहायक देहुरी नाले में मछलियों का अवैध शिकार करते हुए दबोचे गए हैं। इनसे मौके पर ही 13,500 रुपए जुर्माना वसूला गया है और 800 रुपये की राशि पकड़ी गई जो मछलियों की नीलामी से अर्जित हुई है। इन्होंने कहा कि तीर्थन घाटी में ट्राउट मछलियों के अवैध शिकारियों (Illegal poachers) पर सख्त कार्रवाई की जा रही है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
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अवैध शिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा
बता दें कि उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी में मत्स्य विभाग ने अपनी चौकसी और बढ़ा दी है। आए दिन कुछ लोग लॉकडाउन की आड़ में तीर्थन के सहायक नदी-नालों में ट्राउट मछली (Trout fish) का अवैध शिकार कर रहे थे जिन पर विभागीय कर्मचारियों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अभी तक तीर्थन घाटी (Tirthan valley) में मत्स्य विभाग हामनी के कर्मचारियों ने दर्जनों मछलियों के अवैध शिकारियों पर कार्रवाई कर लाखों की राशि बतौर जुर्माना वसूल की है। मत्स्य विभाग की सख्त कार्रवाई से अवैध शिकारियों में खौफ पैदा हो गया है। दुनी चन्द आर्य ने बताया कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान आज तक करीब ढाई लाख रुपये जुर्माना वसूला जो कि सरकारी खजाने में जमा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अब मत्स्य विभाग की नई अधिसूचना के मुताबिक मछली शिकार के लिए रोजाना व सालाना फीस दरें बढ़ा दी गई हैं जो अब प्रतिदिन 100 रुपए से बढ़ा कर 300 रुपये कर दी गई है और अन्य दरों में साप्ताहिक 1800, मासिक 7200 और वार्षिक 33000 रुपये तक बढ़ा दी गई है। ये दरें पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए एक सामान रहेंगी। मत्स्य ट्राउट फार्म हामनी में स्टाफ की कमी है, लेकिन फिर भी यहां पर तैनात कर्मचारी बेहतर तरीके से कार्य कर रहे हैं।
ट्राउट कंसर्ववेशन एन्ड एंगलिंग एसोसिएशन जिला कुल्लू के महासचिव कृष्ण सन्धु का कहना है कि लाइसेंस के रेट बढ़ाना एक सही फैसला है। कुल्लू की ट्राउट संरक्षण संस्था इसके लिए कई साल पहले से अपनी सिफारिशों में डिमांड कर रही थी परन्तु अब विभाग की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। यदि नदी-नालों में ट्राउट नहीं मिलेगी तो कौन महंगे परमिट खरीदेगा। इसलिए अब रात-दिन नदी-नालों के किनारे चौकसी करनी होगी ताकि अवैध शिकारियों पर शिकंजा कसा जाए। उन्होंने कहा कि विभाग को वाच एवं वार्ड के लिए नई भर्तियां करनी होंगी या फिर नदी-नालों को स्थानीय लोगों के लिए लीज पर देना होगा तभी ट्राउट बचाई जा सकेगी और इससे रेवन्यू कमाया जा सकेगा।