- Advertisement -
नूरपुर। सीएम वीरभद्र सिंह ने नूरपुर के चौगान स्थित खेल मैदान का शहीद वजीर सिंह पठानिया स्टेडियम करने की घोषणा की है। आज चंगराड़ा में सीएम वीरभद्र सिंह ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि पिछले कल वह नूरपुर में यह घोषणा करना भूल गए थे। इसलिए आज उस भूल को सुधारते हुए नूरपुर खेल मैदान का नाम शहीद वजीर सिंह पठानिया स्टेडियम करने की घोषणा करता हूं। शहीद पठानिया प्रदेश के वीर योद्धा थे, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए ब्रिटिश सेना के साथ लोहा लिया था। सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा कि इस स्टेडियम को विभिन्न खेलों के लिए विकसित किया जाएगा, जिससे विशेषकर युवा लाभान्वित होंगे।
उन्होंने आश्वासन दिया कि खेल मैदान के विकास के लिए धनराशि की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा क्योंकि राज्य सरकार खिलाड़ियों को अत्याधुनिक खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में खेल अधोसंरचना विकसित करने पर 59 करोड़ रुपए तथा विभिन्न खेल गतिविधियों को आयोजित करने पर 8.32 करोड़ रुपए खर्च किए गए। वर्तमान राज्य सरकार ने इस अवधि के दौरान युवा गतिविधियों के प्रोत्साहन पर 5 करोड़ रुपए से भी ज्यादा व्यय किए हैं। वीरभद्र सिंह ने नूरपुर क्षेत्र में खेल गतिविधियों के प्रोत्साहन के लिए अखला मौरी, कोपरा, गरली खड्ड, सुलयाली, कदरोह तथा कमनलोह में खेल मैदानों को विकसित करने तथा लंबा नाला में कुश्ती अखाड़ा बनाने के लिए 10 लाख रुपए की घोषणा की। उन्होंने आशा जताई कि आने वाले समय में नूरपुर क्षेत्र के युवा राज्य के लिए सम्मान अर्जित करेंगे। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने विभिन्न विभागों में 85 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को रोजगार प्रदान किया गया है। दक्षिण कोरिया में आयोजित किए गए 17वें एशियन खेलों के पांच अंतरराष्ट्रीय मेडल विजेता, जिनमें स्वर्ण पदक के लिए अजय ठाकुर, पूजा ठाकुर तथा कविता, रजत पद के लिए विजय कुमार और कांस्य पदक के लिए समरेश जंग को नकद पुरस्कार दिए गए हैं। स्वर्ण पदक विजेताओं को 20 लाख रुपए प्रत्येक को, जबकि रजत पदक विजेता को 10 लाख रुपए और कांस्य पदक विजेता को 6 लाख रुपए प्रदान किए गए हैं।
शिमला। सीएम वीरभद्र सिंह शिमला से कांगड़ा क्षेत्र के शीतकालीन प्रवास पर क्या गए, सचिवालय ही सूना हो गया। सचिवालय में शुक्रवार को केवल सिंचाई मंत्री विद्या स्टोक्स ही दिखाई दी। इसके अलावा दो सीपीएस मनसा राम और रोहित ठाकुर भी सचिवालय में मौजूद थे। इन मिलने वाले कुछ लोग इनके पास रहे थे। इनके अलावा बाकी मंत्री सचिवालय से बाहर ही थे। उधर, सचिवालय में गुरुवार को कुछ स्थिति ठीक थी। गुरुवार को यहां स्टोक्स के अलावा दो और मंत्री राजस्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह और आयुर्वेद मंत्री कर्ण सिंह भी मौजूद थे। इसके अलावा दो सीपीएस नंद लाल और रोहित ठाकुर भी थे, लेकिन आज केवल एक ही मंत्री वहां मौजूद थी। जाहिर है कि सीएम इन दिनों कांगड़ा के प्रवास पर हैं ऐसे में सचिवालय से अन्य मंत्री भी गायब है। इससे पहले सीएम कई बार मंत्रियों व सीपीएस को सचिवालय में मौजूद रहने के लिए कह चुके हैं लेकिन उनके आदेश की मंत्री व सीपीएस कई बार अवहेलना कर चुके हैं।
मंत्रियों का सचिवालय में बैठना इसलिए जरूरी किया गया है ताकि यहां पर आने वाले लोगों की समस्याओं का निराकरण हो सके। लेकिन सीएम के आदेशों की अवहेलना लगाता हो रही है और सचिवालय के गलियारों में सूना पसरा है। सचिवाल आने वाले लोग केवल सीएम का ही इंतजार करते हैं। क्योंकि लोगों को लगता है कि जब मंत्री सचिवालय में आते ही बहुत कम हैं तो उनका इंतजार करना उचित नहीं है। इंतजार करके मिलना ही है तो फिर सीएम का ही इंताजार क्यों न किया। क्योंकि सीएम से कार्य भी जल्द होगा। अब दो दिन अवकाश है और अब सोमवार को ही सचिवालय खुलेगा। ऐसे अब देखना होगा कि सोमवार को कौन मंत्री आता है और कौन नहीं।
- Advertisement -