-
Advertisement
Himachal : कोरोना ने टैक्सी कारोबार किया ठप, चालकों को गुजर-बसर करना हुआ मुश्किल
Last Updated on May 22, 2021 by Sintu Kumar
शिमला। हिमाचल में कोरोना महामारी के बीच टैक्सी कारोबार पूरी तरह से ठप्प पड़ गया है। कोरोना कर्फ्यू की वजह से टैक्सी ऑपरेटर (Taxi operator) के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। शिमला के ऑकलैंड के जय मां पधाई टैक्सी यूनियन (Taxi Union) ने सरकार पर टैक्सी ऑपरेटरों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। यूनियन का आरोप है कि शहर में निजी गाड़ियां धड़ल्ले से सवारियां ढो रही हैं, लेकिन प्रशासन इन पर रोक नहीं लगा रहा। टैक्सी यूनियन के प्रधान हरविंदर शांडिल ने कहा कि बीते डेढ़ साल से टैक्सी संचालकों के पास नाम मात्र का काम है। ऐसे में टैक्सी संचालकों के लिए घर का किराया देने से लेकर बच्चों की फीस देना भी मुश्किल हो गया है।
यह भी पढ़ें: कोरोना कर्फ्यू के शेष बचे दिनों में पुलिस हुई सख्त, पढ़ें क्या कर रही कार्रवाई
प्रदेश सरकार (State Govt) की ओर से टैक्सी संचालकों को कोई राहत नहीं दी जा रही है। हरविंदर ने कहा कि 2020 और 2021 में कोरोना की वजह से टैक्सी संचालकों का कामकाज पूरी तरह से ठप्प हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार राहत की तो बात करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर टैक्सी संचालकों को राहत मिलती हुई नजर नहीं आ रही है। टैक्सी संचालकों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो रही है। कुछ टैक्सी संचालक तो आत्महत्या (Suicide) तक की स्थिति पर पहुंच गए हैं। जय मां पधाई टैक्सी यूनियन ने प्रदेश सरकार से राहत की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनकी टैक्सी की किस्तें 2 साल तक बिना ब्याज के आगे बढ़ाई जाए ताकि उन्हें थोड़ी राहत मिल सके।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group