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Upkar Diwas: पं. बालकृष्ण शर्मा की स्मृति में श्री बालाजी अस्पताल ने मनाया उपकार दिवस
निखिल/कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित श्री बालाजी सुपर स्पेश्यलिटी हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड (Shree Balaji Super Specialty Healthcare Pvt. Ltd.) अस्पताल ने रविवार को अपने संस्थापक स्व. पंडित बालकृष्ण शर्मा (Pandit Bamlrkishna Sharma) के जन्मदिवस पर समाज प्रति उनके योगदान को उपकार दिवस में रूप में मनाया। इस मौके पर एक सादे कार्यक्रम में सामाजिक संस्थाओं और ट्रस्ट्स को समाज के प्रति उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर स्व. पंडित बालकृष्ण शर्मा जी के मित्र रामेश्वरी दास गौतम ने पंडित बालकृष्ण शर्मा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनसे जुड़ी बातों को साझा करते हुए कहा कि अस्पताल के एमडी डॉ. राजेश शर्मा (Hospital MD Dr. Rajesh Sharma) अपने पिता के आदर्शों पर चलकर समाज के प्रति उसी तरह से काम कर रहे हैं, जिस काम को पंडित बालकृष्ण शर्मा ने अपने जीवन में जिया था।
समाज के उत्थान के लिए हमेशा तत्पर
अपने धन्यवाद उद्बोधन में डॉ. राजेश शर्मा ने अपने पिता को याद करते हुए उनके सान्निध्य में समाज के उत्थान के लिए मिली सीख को साझा किया और इंसान की जिंदगी में माता-पिता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अपने पिता के आदर्शों पर चलना ही उनके जीवन का ध्येय है और समाज के उत्थान (Social Upliftment) की दिशा में वे सदैव तत्पर रहेंगे। इस मौके पर रामेश्वरी दास गौतम, सुभाष नम्बरदार, सर्वोदय चेरिटेबल ट्रस्ट, तथास्तु, धौलाधार फाउंडेशन और तितली फाउंडेशन को समाज में उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
काकू की प्रस्तुति पर थिरके लोग
कार्यक्रम में स्कॉलर स्कूल मटौर, डीएवी स्कूल पुराना कांगड़ा, म्यूजिक अकादमी मटौर, श्री बालाजी हॉस्पिटल और नर्सिंग कॉलेज बालाजी विहार कांगड़ा के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Program) प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के अंत में मशहूर पहाड़ी गायक काकू राम ठाकुर ने अपनी गायकी से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
ऐसा रहा पं. बालकष्ण शर्मा का जीवन
पंडित बालकृष्ण शर्मा का जन्म जिला ऊना के लौहारा गांव में पंडित जय राम शर्मा के यहां 22 जनवरी, 1944 को हुआ। कांगड़ा के जीएवी स्कूल में उनकी शिक्षा हुई और मैट्रिक के बाद उन्होंने पिता और भाइयों के साथ मिलकर कारोबार संभाल लिया। पिता का बर्तन का कारोबार (Business) था। उन्होंने कांगड़ा में ही बर्तन बनाने की फैक्टरी की शुरुआत की और यहां से पूरे प्रदेश में बर्तनों की सप्लाई होने लगी। वे जिला कांग्रेस के महासचिव (General Secretary District Congress ) बने और फिर व्यापार मंडल के प्रधान भी चुने गए। 1972 में वे निर्विरोध नगर परिषद के सदस्य चुने गए। वे 1975 से 2007 तक नगर परिषद के चार बार प्रधान और तीन बार उप प्रधान रहे। बाद में उन्होंने श्री बालाजी अस्पताल की स्थापना की, जो अब अपनी चिकित्सकीय कुशलता और सहायता के लिए प्रदेशभर में लोकप्रिय है। 9 सितंबर, 2007 को पं. शर्मा का देहांत हुआ।