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गौर किया है। इसके बाद अब वह खेलने के हालात से संबंधित नियमों में वायु प्रदूषण को भी शामिल कर सकता है। दिल्ली टेस्ट के दौरान श्रीलंका के खिलाड़ियों को भारत की बल्लेबाजी के दौरान प्रदूषणरोधी मास्क पहनकर फील्डिंग करते देखा गया था, उसके अधिकांश खिलाड़ियों ने सांस लेने में हो रही दिक्कत की शिकायत की थी। उनके तेज गेंदबाज सुरंगा लकमल और लाहिरु गमगे ने तो उल्टी तक की। आईसीसी ने अब इस मामले को अपनी मेडिकल समिति के पास भेजने का फैसला किया है, जिसे संबंधित रिपोर्ट और मैच के दौरान दिल्ली में वायु गुणवत्ता के आंकड़े मुहैया कराए जाएंगे। आईसीसी के प्रवक्ता ने कहा, ‘दिल्ली टेस्ट जिन हालात में खेला गया आईसीसी ने उन पर गौर किया है और आग्रह किया है कि मेडिकल समिति इस मुद्दे पर दिशानिर्देश जारी करने पर विचार करे, जिससे कि भविष्य में दोबारा ऐसी स्थिति आने पर उससे निपटा जा सके।
इस मुद्दे पर फरवरी में आईसीसी की बैठक के दौरान चर्चा होने की संभावना है। इसके बाद खेलने के हालात से जुड़े नियमों में थोड़ा बदलाव हो सकता है और इसमें वायु प्रदूषण के कारण खिलाड़ियों के स्वास्थ को नुकसान से संबंधित नियम शामिल किए जा सकते हैं। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘आईसीसी के खेलने के हालात में अलग से मौसम से जुड़ा उप नियम है. यह पहला मौका है जब खेल के 140 साल के इतिहास में वायु प्रदूषण के कारण खेल 26 मिनट तक रुका रहा. यह स्थिति काफी अलग थी। भारतीय मेडिकल संघ (आईएमए) के अध्यक्ष केके अग्रवाल ने बीसीसीआई को पत्र लिखकर वायु प्रदूषण के जुड़े नियम को शामिल करने की अपील की थी. डॉ. अग्रवाल ने यह आंकड़े भी मुहैया कराए कि मैच को नहीं रोकना किस तरह से खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर खतरा था.
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