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पिता कारगिल युद्ध में हुए थे शहीदः बेटे ने पुंछ में दी शहादत- मां से बोला था सब ठीक कर दूंगा
Last Updated on April 22, 2023 by sintu kumar
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir)के पुंछ जिले (Poonch) में हुए आतंकी हमले (Terrorist attack)में शहादत देने वाले पांच जवानों में शहीद हुए लांस नायक कुलवंत सिंह (Kulwant Singh) के पिता (Father) ने भी 25 साल पहले देश के लिए शहादत दी थी। पुंछ में शहीद हुए कुलवंत सिंह के पिता बलदेव सिंह (Baldev singh) भी 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War)में शहीद हुए थे। अब 25 साल बाद बेटे ने देश के फिर से जम्मू कश्मीर में आतंकियों के हमले में ही शहादत (Martyr) पाई।
पिता की शहादत के 11 साल बाद सेना में आए थे कुलवंत सिंह
1999 में कारगिल में अपने पिता के बलिदान के 11 साल बाद लांस नायक 2010 में सेना में शामिल ( Joined Army) हुए थे। लांस नायक कुलवंत सिंह की मां (Mother) ने बताती हैं कि जब कुलवंत सेना में भर्ती होने के लिए घर से निकला तो उसने कहा था कि उसे कुछ नहीं होगा और सब ठीक हो जाएगा। कुलवंत की मां ने करीब 24 साल पहले कारगिल युद्ध में अपने पति बलदेव सिंह को खो दिया था।
एक दिन पहले बोले थे -बेटे को वैक्सीनेशन करवाते रहना
कुलवंत ने शहीद होने से एक दिन पहले घर फोन किया था। आखिरी दफा पत्नी हरदीप कौर (Wife Hardeep Kaur) से ही बात हो पाई थी। तब लांस नायक कुलवंत ने कहा था कि बेटे (Son) को समय पर वैक्सीनेशन लगाया करना। परिवार में कुलवंत की मां पत्नी डेढ़ साल की बेटी और चार महीने का बेटा है। 20 अप्रैल को राजौरी (Rajouri) सेक्टर में भीमबेर गली और पुंछ के बीच से गुजर रहे सेना के एक वाहन पर अज्ञात आतंकवादियों ने गोलीबारी कर दी थी। इस आतंकी हमले में सेना के पांच जवान शहीद (Five jawan Killed) हो गए थे। सेना ने अपने बयान में कहा कि संदिग्ध लश्कर आतंकवादियों ने ग्रेनेड की मदद से सेना के ट्रक में आग लगाई।
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पुश्तैनी घर को नए सिरे से बनवाना चाहते थे
कुलवंत परिवार के इकलौते कमाने (Earner) वाले थे। कुलवंत अपने गांव के घर को फिर से बनाना चाहते थे क्योंकि उनका घर काफी पुराना (Old Home) हो गया था। पिता की शहादत के बाद सेना में भर्ती हुए तो अब कुछ पैसा जमा किया था जिससे लांस नायक कुलवंत सिंह गांव में पिता के जमाने के पुश्तैनी घर ( Ancestral) को नए सिरे से बनवाना चाहते थे।
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