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JNU हिंसा पर आया सोनिया का बयान, उद्धव ने कर दी 26/11 मुंबई हमलों से तुलना
Last Updated on January 6, 2020 by
नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार रात को हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को अपने निशाने पर ले रखा है। सभी विपक्षी दलों का दावा है कि छात्रों पर हुए हमले के पीछे बीजेपी (BJP) और एबीवीपी (ABVP) का हाथ है। हालांकि पिटाई में घायल हुई जेएनयू छात्र संघ अध्यक्षा ने मास्क लगाए हुए लोगों पर यह हिंसा करने का आरोप लगाया है। इस सब के बीच इस मसले पर कांग्रेस कि अंतिरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) का बयान सामने आया है।
Statement by Congress President Smt. Sonia Gandhi condemning the violent attack on JNU students & teachers and the ongoing subjugation of students voices in the country. #ChhatraVirodhiBJP pic.twitter.com/V1DoYKoWxJ
— Congress (@INCIndia) January 6, 2020
सोनिया ने इस मसले पर बयान जारी कर कहा है कि आज देश में युवाओं और छात्रों की आवाज को दबाया और उनका मज़ाक बनाया जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार के संरक्षण में देश के युवाओं की आवाज को दबाकर गुंडों द्वारा हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्षा के अनुसार कल जेएनयू में छात्रों-फैकल्टी पर हुआ हमला सरकार के द्वारा लोगों की असहमति की आवाज़ को दबाने के लिए याद किया जाएगा।
वहीं महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने इस हमले की निंदा करते हुए इसकी तुलना 26/11 मुंबई हमले तक से कर दी। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि जो कुछ रविवार (कल) हुआ, वह कुछ ऐसा था जिसे हम 26/11 के बाद देख रहे हैं। सभी को पता होना चाहिए कि नकाब के पीछे कौन थे। आज के युवाओं को विश्वास में लेने की जरूरत है। युवा आज आत्मविश्वास खो रहा है। सीएम उद्धव ने आगे कहा कि देश में छात्रों में भय का माहौल है। हम सभी को एक साथ आने की जरूरत है और छात्रों में आत्मविश्वास पैदा किए जाने की जरूरत है। उद्धव के अलावा महाराष्ट्र के लोक निर्माण मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि 26/11 को जो हुआ था वो आतंकवाद था, जेएनयू में जो हुआ वह आतंकित करने की कोशिश थी। 26/11 के आतंकवादी बाहर से आए थे और कल वाले यहां के रहने वाले हैं और आतंक फैला रहे हैं।