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बिलासपुर। एसपी दिवाकर शर्मा अपनी अलग कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। इन दिनों दिवाकर शर्मा के पास बिलासपुर जिला की कानून-व्यवस्था का जिम्मा है। देर रात पुलिस चौकियों व थाने की व्यवस्था जांचना उनकी आदत में शुमार है। गुरुवार की रात को भी कुछ ऐसा ही हुआ। एसपी दिवाकर शर्मा (SP Diwakar Sharma) आधी रात को बरमाणा थाना में बतौर शिकायकर्ता पहुंच गए। थाना में तैनात सभी पुलिस अधिकारी सहित कर्मचारियों को इसकी कानों-कान खबर तक नहीं थी। सिर पर टोपी और मुंह को मफरल से ढके एसपी वहां अपनी गाड़ी चोरी होने की शिकायत दर्ज करवाने पहुंच गए। उन्होंने ड्यूटी कांस्टेबल (Duty constable) से एचएचओ से मिलने का आग्रह किया।
इसके 15 मिनट बाद एसएचओ बरमाणा विरोचन नेगी भी थाना पहुंच आए और शिकायतकर्ता से गाड़ी की के बारे में पूछताछ करने लगे। पूछताछ के दौरान उनको जरा सा भी आभास नहीं हुआ कि शिकायत करने वाला कोई और नहीं बल्कि जिला पुलिस कप्तान दिवाकर शर्मा है। दिवाकर शर्मा पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई को चुपचाप आम शिकायतकर्ता की तरह देखते रहे। इसके बाद एसएचओ ने आसपास के सभी थानों व चौकियों में गाड़ी चोरी होने की सूचना दी। पुलिस द्वारा की कई कार्रवाई से संतुष्ट होने पर एसपी ने अपनी पहचान जाहिर की।
इसके बाद एसएचओ (SHO) को सभी पुलिस कर्मियों को थाना में बुलाने हाजिर होने के आदेश दिए। सभी पुलिस कर्मचारियों के थाने में हाजिर होने पर नाईट एलओ, ड्यूटी कांस्टेबल, ड्यूटी होमगार्ड व एसएचओ की एल्को-सेंसर से जांच करवाई। जांच में कोई भी शराब के नशे में नहीं पाया गया। जिस पर एसपी दिवाकर शर्मा ने सभी की पीठ थपथपाई। एसपी ने मौके पर नाईट ड्यूटी कांस्टेबल अमित व ड्यूटी होमगार्ड को अच्छे ढंग से ड्यूटी करने के लिए शाबाशी दी व प्रशस्ति पत्र देने का ऐलान किया गौरतलब है कि दिवाकर शर्मा ने कुछ दिन पहले ही एसपी बिलासपुर का पदभार संभाला है।
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