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कुल्लू। मणिकर्ण घाटी के बराधा में निशानदेही के लिए राजस्व विभाग की टीम को सुरक्षा मुहैया करवाने गई पुलिस टीम द्वारा ग्रामीण महिलाओं से बदसलूकी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जरी पुलिस चौकी में शिकायत पत्र सौंपे जाने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर ग्रामीण महिलाएं खासी नाराज हैं। इस बाबत आज महिलाओं सहित अन्य ग्रामीण एसपी कुल्लू कार्यालय पहुंचे। बता दें कि पिछले कल ग्रामीणों ने डीसी कुल्लू से मुलाकात की थी और डीसी ने एसपी को इस मामले की छानबीन के आदेश दिए थे। ग्रामीणों का आरोप है कि उनके साथ बराधा में यह घटना 9 फरवरी को पेश आई थी और पुलिस ने उस दौरान ग्रामीण महिलाओं को घसीटा था, जिसमें कुछ महिलाओं को चोटें भी आई थीं। उनका कहना है कि कुछ पुरुष पुलिस जवानों ने भी महिलाओं को घसीटने का काम किया था, जिसके चलते उन्होंने जरी पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
ग्रामीण खेम चंद, कोमल शर्मा, मीना शर्मा, खीमी देवी, विद्या शर्मा, ओमा देवी, देव शर्मा व प्रेम चंद शर्मा आदि का कहना है कि इस मसले को लेकर वे डीसी कुल्लू युनूस से एक दिन पूर्व मिले। डीसी ने एसपी कुल्लू को इस मामले की छानबीन के आदेश दिए हैं। लिहाजा, अब ग्रामीणों को वीरवार को एसपी कार्यालय बुलाया गया, जहां अब ग्रामीणों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि जिस व्यक्ति की जमीन की निशानदेही के लिए पुलिस बराधा आई थी, उक्त व्यक्ति की सरकार में अच्छी खासी पहुंच है, जिस कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि जबकि ग्रामीणों ने पुलिस की बदसलूकी की शिकायत 11 फरवरी को जरी पुलिस चौकी में की है, लेकिन उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है। अब जब डीसी कुल्लू ने आदेश जारी किए हैं, उसके बाद ही एसपी कुल्लू ने ग्रामीणों के उस शिकायत पत्र को अपने पास मंगवाया है।
उक्त ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने महिलाओं को गालियां भी दीं। उन्होंने कहा कि मौके पर आए पुलिस जवानों ने ग्रामीणों महिलाओं को कई धाराएं गिनाकर उन्हें जेल में डालने की भी धमकी दी थी।एसपी कुल्लू पदम चंद ने ग्रामीणों का आश्वासन दिया है कि वे इस मामले की छानबीन कर रहे हैं और अगर पुलिस कर्मियों की गलती होगी तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल वे अपने बयान दर्ज करवाएं।
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