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पीएम मोदी ने कुनो नेशनल पार्क में छोड़े चीते, किए गए हैं खास इंतजाम
देश में सात दशक बाद एक बार फिर चीता (Cheetah) युग की शुरुआत हो गई है। ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई मांसाहारी जानवर एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप में भेजे गए हों। नामीबिया से लाए गए चीतों को पीएम नरेंद्र मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़ दिया है। चीते छोड़ने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद चीतों की फोटो भी क्लिक की। नामीबिया से आए 8 चीतों में तीन नर और पांच मादा तेंदुए शामिल हैं। आज हम आपको इन चीतों को लेकर कुछ खास बातें बताएंगे।
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बता दें कि आज 72 साल बाद एक बार फिर हमारे देश में चीतों की वापसी हुई है। 50 साल पहले भी चीतों को भारत लाने की कोशिश की गई थी, जो कि किसी कारण पूरी नहीं हो सकी। वहीं, अब पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर इन्हें देश में वापस लाया गया है। नामीबिया से लाए जा रहे इन 8 चीतों में मादा चीतों की उम्र 2 से 5 साल के बीच है। जबकि, नर चीतों की उम्र 4.5 से 5.5 साल के बीच है। इन चीतों को एक महीने तक क्वारंटाइन पीरियड में रखा जाएगा। इस दौरान दो तीन दिन में इन्हें खाने के लिए दो से तीन किलो मीट दिया जाएगा।
The cheetahs have arrived in their new home- KUNO – heavenly habitat for our cats! pic.twitter.com/wlEhKBr2EY
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) September 17, 2022
बताया जा रहा है कि भारतीय मौसम व माहौल में ढलने के लिए चीतों को एक से तीन महीने का वक्त लग सकता है। हरर चीते के गले में एक सैटेलाइट-वीएचएफ रेडियो कॉलर आईडी मौजूद है, जिसकी मदद से भविष्य में उनकी मॉनिटरिंग से लेकर संक्रमण तक ट्रैक करने में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं चीतों को किसी तरह का संक्रमण ना हो इसके लिए गांवों के अन्य मवेशियों का भी टीकाकरण किया गया है। इन चीतों के लिए 25 वर्ग किलोमीटर का एक विशेष घेरा बनाया गया है। दक्षिण अफ्रीका की सरकार और वन्यजीव विशेषज्ञ इन पर नजर रखेंगे।
क्यों चुना गया कुना नेशनल पार्क
जानकारी के अनुसार, 748 वर्ग किलोमीटर में फैला कूनो नेशनल पार्क को 10 जगहों के सर्वे के बाद फाइनल किया गया है। यहां पुनर्वास का रिकॉर्ड सबसे अच्छा रहा है।
ऐसे मिलेगा खाना
गौरतलब है कि चीतों को अच्छे शिकार की जरूरत होता है। हालांकि, चीता हफ्ते में एक बार ही शिकार करता है। चीता एक बार में 7 से 8 किलो मटन खाता है। एक महीने में चार और साल में 50 जानवर चाहिए होते हैं। इसके अलावा उसके पानी की भी जरूरत होती है। कूनो नेशनल पार्क में छोटे हिरण और सुअर की घनी आबादी मौजूद है। यहां चीतल, नीलगाय और सांबर की संख्या करीब 25 हजार है। ऐसे में चीतों को खाने की कोई कमी नहीं होगी।
इतनी होती है रफ्तार
बता दें कि चीता 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से जमीन पर सबसे तेज दौड़ने वाला जानवर है। चीता सिर्फ 3 सेकंड के अंदर 97 किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार पकड़ लेता है। चीता अपनी पूरी ताकत से दौड़ने पर 7 मीटर लंबी छलांग लगा सकता है।