-
Advertisement
दिवाली से जुड़ी खास परंपराएं, जिनके बिना अधूरा है दिवाली का त्योहार
दिवाली के त्योहार (Diwali Festival) का हिंदू धर्म में विशेष स्थान है। इस दिन लोग अपने घरों को दीपों से सजाते हैं। दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक मास के अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस त्यौहार को मनाने के पीछे कई धार्मिक मान्यताएं (Religious Beliefs) छिपी हुई हैं। एक मान्यता यह है कि भगवान श्री राम इस दिन रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या वापस लौटे थे। इस खुशी में अयोध्यावासियों ने प्रभू के स्वागत दिए जलाकर किया था। दिवाली से जुड़ी कुछ परंपराएं भी हैं जिन्हें पूरा ना करने पर दिवाली अधूरी मानी जाती है।
घर की सफाई करें
दिवाली की तैयारी तो धनतेरस (Dhanteras) से पहले ही शुरू हो जाती है। एक सप्ताह पहले बाजार सज जाते हैं। इस त्योहार को मनाने के लिए सबसे पहले घर में सफाई होना बेहद जरूरी है। माना जाता है कि घर में सफाई हो तो मां लक्ष्मी जरूर पधारती हैं।
रंगोली बनाएं
बिना रंगोली (Rangoli) दिवाली का त्योहार अधूरा है, इसलिए घर पर इस दिन रंगोली जरूर बनाएं। रंगोली बनाने के लिए आप घरेलू चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपको रंगोली बनाने में दिक्कत आ रही है तो आप सोशल मीडिया की मदद ले सकते हैं।
यह भी पढ़े:धनतेरस आज, जानें क्या है खरीदारी और पूजा का शुभ मुहूर्त
दिए जरूर जलाएं
दिवाली दीपों का त्योहार है, इस दिन दीपक (Lamps) जलाना बेहद जरूरी है। ये दिए सरसों के तेल में ही जलाए जाने चाहिए। दीपों के अलावा घरों को रोशन करने के लिए लोग रंग-बिरंगी लाइटों का भी इस्तेमाल करते हैं।
तोहफे देना
दिवाली पर अपने करीबियों को उपहार (Gifts) बांटे जाते हैं। परिजनों के साथ मिलकर दिवाली मनाना बेहद शुभ है। इससे घर में प्यार बना रहता है।
मां लक्ष्मी की पूजा करें
परिवार के साथ मिल कर धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा (Maa Lakshmi Puja) करें। इससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। मां लक्ष्मी को वस्त्र, फल-फूल, मिठाई आदि चीजें अर्पित करें और सच्चे मन से प्रार्थना करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माता रानी की पूजा करने से घर में कभी दरिद्रता नहीं आती।