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विधानसभा: आशीष बुटेल ने लगाया Kangra से भेदभाव करने का आरोप, लखनपाल ने भी घेरा
Last Updated on March 2, 2020 by Vishal Rana
शिमला। राज्यपाल अभिभाषण (Governor’s address) पर हो रही चर्चा के दौरान कांग्रेस सदस्य आशीष बुटेल (Ashish Butel) ने बीजेपी (BJP) पर तीखे हमले बोले। उन्होंने सरकार पर कांगड़ा से भेदभाव करने का आरोप भी लगाया। साथ ही ग्लोबल इनवेस्टर मीट (Global Investor Meet) को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। उधर, कांग्रेस सदस्य आईडी लखनपाल (ID Lakhanpal) ने भी बीजेपी पर हमलावर तेवर अपनाते हुए संघ को भी घेरा। इस दौरान सदन में काफी हो-हल्ला हुआ और विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार को कई बार हस्तक्षेतप करना पड़ा।
बुटेल ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण असंवैधानिक है, क्योंकि यह न तो साल का पहले सत्र है और न ही मौजूदा सरकार का पहला सत्र चल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल इसी साल 7 जनवरी को पहली बार विधानसभा में आए थे और उसी समय ही यह अभिभाषण देना चाहिए। अब संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए अभिभाषण दिया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण का रास्ता कोर्ट से खुला है और इससे बीजेपी की दुकान बंद हो गई है। उन्होंने बीजेपी सरकार द्वारा किसानों को 2-2 हजार रूपए की किस्त देने को डिपेंडेंसी सिंड्रोम करार दिया।
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इन्वेस्टर मीट में पीएम हिमाचल आए पर कुछ नहीं दिया
बुटेल ने कहा कि बीजेपी सरकार में अनुसूचित जाति वर्ग के लोंगों के साथ भेदभाव हो रहा है और इसमें बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में महिलाओं पर अत्य़ाचार बढ़े हैं और आंकड़े बताते हैं कि इसमें कितनी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने रोजगार के नाम पर भी सरकार को घेरा और कहा कि राज्य सचिवालय में गैर हिमाचली को नौकरी दी और यहां के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। उन्होंने पुलिस और पटवारी भर्ती का मामला भी उठाया और कहा कि राज्य की जनता सब देख रही है।
बुटेल ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर मीट में पीएम मोदी आए और उन्हें भी लगा कि पीएम हिमाचल को कुछ देंगे, लेकिन कुछ नहीं दिया। उन्हें सेपु बड़ी और कांगड़ा का खट्टा तो भाया, लेकिन हिमाचल को फिर भी कुछ नहीं मिला। उन्होंने मांग की कि सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर मीट पर श्वेत पत्र जारी करे और वहां पर कितने एमओयू हुए और वहां पर बुक किए गए 1900 कमरों की भी डिटेल दी जाए कि किस कमरे में कौन-कौन ठहरा था।
आईडी लखनपाल ने फोड़ा आरएसएस बम
उधऱ, कांग्रेस विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने चर्चा के दौरान आरएसएस (RSS) का जिक्र किया तो सत्तापक्ष ने हो हल्ला करना शुरू कर दिया। लखनपाल ने कहा कि आज आरएसएस के कार्यालयों में तिरंगा नहीं, बल्कि भगवा ही लहराया जाता है। इस पर सत्तापक्ष के सदस्य बिफर गए और सदन में शोर मचाने लगे। इस बीच वन मत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बात रखी कि संघ पर चर्चा करना उचित नहीं हैं। यह सामाजिक संगठन है। संघ से निकले सदस्य आज देश के राष्ट्रपति, पीएम और उप राष्ट्रपति बने हैं।
वहीं विपक्ष की ओर से कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने विधानसभा नियमों का हवाला देते हुए कहा कि हम सभी सदस्यों को सदन में किसी भी संगठन और संस्था पर बोलने को पूरा अधिकार है। इसे कोई छीन नहीं सकता। फिर लखनपाल ने कहा कि उन्होंने आरोप लगाया कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की बात करना भाजपा की मजबूरी बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बीजेपी सरकार धारा 118 को तोड़-मरोड़कर गैर हिमाचलियों को अनुचित लाभ देने का प्रयास कर रही है।