-
Advertisement
सुंदरनगर में प्रदेश सामान्य वर्ग संयुक्त मंच का हुआ अधिवेशन, छाए रहे ये मुद्दे
Last Updated on February 23, 2020 by Sintu Kumar
सुंदरनगर। प्रदेश सामान्य वर्ग संयुक्त मंच का प्रदेश स्तरीय अधिवेशन में आरक्षण को पूर्ण रूप से आर्थिक आधार पर करने, अनूसूचित एवं जनजाति एक्ट के अवांछित दुरुपयोग को बंद करने और सामान्य वर्ग के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए एट्रोसिटी एक्ट की संगीन व अनैतिक धाराओं का सरलीकरण करने पर चर्चा हुई। साथ ही अनूसूचित एवं जनजाति के साथ अंतर्जातीय विवाह करने पर 2.5 लाख रुपए से लेकर 5 लाख की भारी-भरकम प्रोत्साहन राशि देने जैसे अनैतिक निर्णयों को भी समाप्त करने को लेकर भी मंथन किया। मंच ने दो टूक कहा कि सामान्य वर्ग इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
अधिवेशन में बतौर मुख्यातिथि राजपूत सभा जयपुर राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा ने शिरकत की। इसके अलावा अधिवेशन में सामान्य वर्ग के जिला स्तर के सभी संगठनों के शीर्ष पदाधिकारियों ने भाग लिया। सामान्य वर्ग संयुक्त मंच के प्रदेश संयोजक एवं प्रदेश महासचिव राजपूत महासभा हिमाचल प्रदेश केएस जंवाल ने कहा कि अधिवेशन में प्रदेश के समस्त विभिन्न सामान्य जातियों की सभाओं के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र में आने वाली प्रत्येक सरकार जातिगत आरक्षण को पिछले 70 वर्षों से बढ़ाती ही आ रही है। केएस जंवाल ने कहा कि इस आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश के सीएम को व्यक्तिगत तौर पर मिलकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग संयुक्त मंच अब चुप बैठने वाला नहीं है और भविष्य में आने वाले चुनावों में उन्हीं राजनीति दलों व राजनेताओं को समर्थन देंगे जो सामान्य वर्ग की समस्याओं का समाधान करेंगे।