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Private Schools की मनमानी के खिलाफ उच्चतर शिक्षा निदेशक के ऑफिस पहुंचे अभिभावक
Last Updated on July 24, 2020 by saroj patrwal
शिमला। निजी स्कूलों ( Private Schools)की मनमानी, फीस वृद्धि पर रोक लगाने व केवल ट्यूशन फीस वसूली आदि मांगों को लेकर छात्र -अभिभावक मंच( Student-Parents Forum) ने उच्चतर शिक्षा निदेशक कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। उच्चतर शिक्षा निदेशक जब अपने कार्यालय पहुंचे तो छात्र-अभिभावक मंच के प्रदर्शनकारियों ने उन्हें प्रांगण में ही रोक लिया व मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इसके बाद निदेशक ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए निजी स्कूलों की मनमानी, सरकार के केवल टयूशन फीस लेने के आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ , प्ले वे स्कूलों द्वारा गैर कानूनी तरीके से वसूली जा रही सभी तरह की फीस पर रोक लगाने व स्कूल प्रबंधनों पर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
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मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा व सदस्य विवेक कश्यप ने उच्चतर शिक्षा निदेशक से केवल टयूशन फीस वसूली के आदेश को लागू करने की मांग की है व सभी तरह के चार्जेज पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भी स्कूल अपनी फीस बुकलेट जारी करें। सभी स्कूलों की मदवार फीस का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए। उन्होंने सरस्वती पैराडाइज़ इंटरनेशनल स्कूल संजौली के प्रबंधन की तानाशाही व भारी लूट पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने प्ले वे स्कूलों की फीस को पूरी तरह माफ करने की मांग की है क्योंकि कोरोना के कारण प्ले वे स्कूलों में बच्चे एक भी दिन स्कूल नहीं गए। प्ले वे स्कूलों में कोई पढाई भी नहीं होती है इसलिए टयूशन फीस का कोई तुक नहीं बनता है। उन्होंने प्रदेश सरकार, निदेशक उच्चतर शिक्षा व प्रारम्भिक शिक्षा को चेताया है कि वर्ष 2019 की तर्ज़ पर केवल टयूशन फीस लेने के निर्णय को अगर अक्षरशः लागू न किया गया,टयूशन फीस तिमाही के बजाए हर महीने के आधार पर न वसूली गयी,सभी तरह के चार्जेज को माफ व सम्माहित न किया गया,टयूशन फीस को रेशनेलाइज़ न किया गया व प्ले वे स्कूलों की फीस को पूरी तरह माफ न किया गया तो आंदोलन तेज होगा।