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शिक्षा निदेशालय के बाहर गरजा छात्र अभिभावक मंच, निजी स्कूलों की लूट रोके सरकार
शिमला। शहर के निजी स्कूलों (Private School) द्वारा फीस में की जा रही वृद्धि के खिलाफ छात्र अभिभावक मंच (Student Parents Forum) ने मोर्चा खोल दिया है। मंच ने गुरुवार को शिक्षा निदेशक के बाहर धरना प्रदर्शन (Protest) किया और निजी स्कूलों में फीस बढ़ोतरी और चिन्हित दुकानों से ड्रेस व किताबों की खरीद पर रोक लगाने की मांग की है। मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा कि वर्ष 2022 में निजी स्कूलों ने फीसों में 8 से 35 प्रतिशत फीस वृद्धि की है। इसके अलावा ड्रेस व किताबों की कीमतों में 15 से 25 प्रतिशत तक की वृद्धि की है।
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उन्होंने फीस बढ़ोतरी पर रोक लगाने के लिए 5 दिसंबर, 2019 के उच्चतर शिक्षा निदेशालय (Directorate of Higher Education) हिमाचल प्रदेश के आदेश को सख्ती से लागू करने की मांग की है। उन्होंने उच्चतर शिक्षा निदेशक से मांग की है कि वह अपने आदेशों को सख्ती से लागू करवाएं, ताकि निजी स्कूलों की मनमानी लूट, भारी फीस वृद्धि व गैर कानूनी फीस वसूली पर रोक लगे।
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मंच संयोजक विजेंद्र मेहरा ने कहा है कि 5 दिसंबर, 2019 को उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों की आम सभा की सहमति के बगैर किसी भी प्रकार की फीस वृद्धि (Fee Hike) पर रोक लगा दी थी। इस आदेश के अनुसार हर वर्ष फीस निर्धारण के लिए निजी स्कूलों में 15 मार्च से पूर्व आम सभाएं आयोजित होनी चाहिए, लेकिन 5 अप्रैल बीतने के बावजूद भी अभी तक किसी भी निजी स्कूल ने आम सभा का आयोजन नहीं किया है। उन्होंने शिक्षा निदेशक से निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की और यदि रोक नही लगाई जाती है, तो उग्र आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी।