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Solar Eclipse: ‘रिंग ऑफ फायर’ का नजारा देख आनंदित हुए छात्र, कही यह बात
कुल्लू। रिंग ऑफ फायर के आकार की छवि वाले वलयाकार सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) को देखकर छात्र व अन्य लोग काफी आनंदित हुए। करीब 25 वर्ष के बाद यह खगोलीय घटना (Astronomical Event) हुई है। अब 21 जून 2039 में यह घटना होगी। कुल्लू जिला के ढालपुर ब्वॉयज स्कूल में हिमाचल प्रदेश काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी शिमला के आह्वान पर जिला विज्ञान पर्यवेक्षक ने लाइव डेमोस्ट्रेशन दिखाया। जिला विज्ञान पर्यवेक्षक कुलदीप शर्मा ने बताया कि 21 जून को सूर्य ग्रहण की खगोलीय घटना को दिखाने के लिए लाइव (Live) डेमोस्ट्रेशन दिखाया और सोलर फिल्टर के माध्यम से करीब 4 सौ लोगों व छात्रों को इस घटना को दिखाया। साफ आसमान में सूर्य को चांद से ढकने के बाद रोशनी बहुत कम हो गई थी और इस घटना को देखकर लोग आनंदित हुए। कई साल के बाद इस तरफ का सूर्य ग्रहण हुआ है।
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छात्रा रनीता ने बताया कि वेल्डिंग ग्लास से सूर्य ग्रहण को देखा। सूर्य ग्रहण में सूर्य की रोशनी बहुत कम हो गई थी। चांद के सूर्य से हटने के बाद रोशनी हुई और यह सब देखकर बहुत अच्छा लगा। छात्रा पायल ठाकुर ने बताया कि पहली बार सूर्य ग्रहण देखा है। करीब सवा 12 बजे चांद ने सूर्य (Sun) को ढक लिया, कुछ देर के लिए रोशनी बहुत कम हो गई। उन्होंने कहा कि यह नजारा अद्भुत था, जिससे देखने में बहुत अच्छा लगा। छात्रों को अध्यापकों ने बताया कि 3 तरह के सूर्य ग्रहण होते हैं, जिसमें अर्ध सूर्य ग्रहण, पूरा सूर्य ग्रहण और वलयाकार सूर्या ग्रहण शामिल हैं। वलयाकार सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा का कोणीय व्यास सूर्य से कम हो जाता है, जिससे चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है। करीब 98 फीसदी हिस्से को ही ढक पाता है। इसके परिणामस्वरूप चंद्रमा के चारों ओर सूर्य का बाहरी हिस्सा दिखता रहता है, जो एक अंगूठी का आकार ले लेता है। अब 21 जून 2039 में यह घटना होगी।