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इस IAS ऑफिसर ने पहले अटेंप्ट में हासिल की सफलता, साथ ही इंजनियरिंग भी की पूरी
हमारे देश में यूपीएससी (UPSC) परीक्षा को सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। इस परीक्षा में सफल होने के लिए कुछ लोग बहुत मेहनत करते हैं और दिन-रात एक करके सफलता हासिल भी कर लेते हैं। आज हम आपको एक ऐसी आईएएस ऑफिसर की कहानी बताएंगे, जिन्होंने पहले अटेम्ट में ही अपने सपने को पूरा कर लिया और आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बन गईं।
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हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की रहने वाली सृष्टि जयंत देशमुख (Srushti jayant Deshmukh) की। बता दें कि सृष्टि जयंत देशमुख ने इंजीनियरिंग करने के दौरान ऑफिसर बनने की सोची। बताया जाता है कि सृष्टि ने इंजीनियरिंग के तीसरे साल में यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दी। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ-साथ यूपीएससी की भी तैयारी की।
पहले प्रयास में मिली सफलता
सृष्टि बताती हैं कि उन्होंने ये पहले से ही सोचा था कि उनका पहला प्रयास ही आखिरी प्रयास होगा। उनका कहना है कि उन्होंने ये तय कर लिया था कि वे खूब मेहनत करेंगी और पहले प्रयास में ही परीक्षा में सफल होकर रहेंगी।
सफलता का श्रेय
सृष्टि अपनी सफलता है श्रेय उनके परिवार, दोस्तों और शिक्षकों को देती हैं। सृष्टि बताती हैं कि इन सब ने उन्हें काफी सपोर्ट किया।
माता-पिता ने दिया सहयोग
सृष्टि बताती हैं कि उनकी मां टीचर हैं और पिता इंजीनियर हैं। उन्होंने हमेशा उन्हें एक हेल्दी एनवायरमेंट देने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता ने कभी उनसे नहीं पूछा कि क्या कर रही हो और क्यों कर रही हो या कैसे होगा। उन्होंने हमेशा उन्हें पूरी तरह से सपोर्ट किया।
ऐसे करें शुरुआत
सृष्टि का कहना है कि इंटीग्रेटेड प्रिपरेशन ज्यादा जरूरी है। हर कैंडिडेट को यूपीएससी की तैयारी की शुरुआत पुराने 6 से 7 साल के पेपरों से करनी चाहिए। उनका कहना है कि प्रीलिम्स की तैयारी करते समय सारे ऑब्जेक्टिव अच्छे से पढ़ें, मेन्स के लिए जरूरी टॉपिक्स और इंटरव्यू के लिए करंट अफेयर्स पढ़ते रहें
ऐसे चुनें ऑप्शनल सब्जेक्ट
सृष्टि कहती हैं कि अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट को अपनी जरूरत के हिसाब से नहीं बल्कि अपनी पसंद के हिसाब से चुनें। उन्होंने बताया कि उन्हें केमिकल इंजीनियरिंग पसंद थी, लेकिन इसका ऑप्शन का होने के कारण उन्होंने समाजशास्त्र चुना।