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श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गई है। इसरो ने श्रीहरिकोटा से 10 सैटेलाइट को एक साथ लॉन्च किया है। इन उपग्रहों को लेकर पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) दोपहर बाद 3 बजकर 12 मिनट पर सतीश धवन स्पेस सेंटर से रवाना हुआ। इन 10 उपग्रहों में से 9 कमर्शियल सैटेलाइट हैं। एक-एक करके सारे सैटलाइट्स अपनी-अपनी कक्षा में स्थापित कर दिए गए। शुरुआत में बारिश के चलते लॉन्च को कुछ देर के लिए होल्ड पर रखना पड़ा था। लेकिन एक बार मौसम साफ होते ही इसरो के वैज्ञानिकों ने अपना लोहा मनवा लिया। यह इसरो का 51वां मिशन था।
PSLV-C49 से जिन उपग्रहों को लॉन्च किया गया, उनमें भारत का एक, लिथुआनिया का एक, लक्जमबर्ग के चार और अमेरिका के चार सैटेलाइट हैं। इस लॉन्च में प्राइमरी सैटलाइट EOS01 एक रेडार इमेजिंग सैटलाइट (RISAT) है। यह अडवांस्ड रिसैट है जिसका सिंथैटिक अपरचर रेडार बादलों के पार भी देख सकेगा। इन सभी सैटेलाइट को न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड के साथ एक कॉमर्शियल एग्रीमेंट के तहत लॉन्च किया गया है। इस बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि सैटेलाइट ‘EOS-01’, अर्थ ऑब्जरवेशन रिसेट सैटेलाइट की एक एडवांस्ड सीरीज है। इससे मिलिटरी सर्विलांस में मदद तो मिलेगी ही साथ ही खेती, वानिकी, मिट्टी की नमी मापने, भूगर्भ शास्त्र और तटों की निगरानी में भी यह सहायक साबित होगा।
इस मिशन के बाद ISRO की दिसंबर में GSAT-12R कम्युनिकेशन सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना है। जिसे PSLV-C50 रॉकेट के जरिए लॉन्च करने की योजना है। दिसंबर 2019 में ISRO ने अपना आखिरी सैटेलाइट लॉन्च किया था। ISRO ने 11 दिसंबर 2019 को रिसैट-2BR1 रॉकेट PSLV-C48 की मदद से लॉन्च किया था। यह एक सर्विलांस सैटेलाइट था।
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