- Advertisement -
सुंदरनगर। सुकेत देवता मेले के इतिहास में पहली बार मेले के शुभारंभ पर देवताओं की जलेब निकाली जाएगी, जिस में करीब 186 देवी देवता भाग लेंगे। यह जलेब उस धर्मिक स्थान से निकाली जाएगी, जिस स्थान से सुकेत रियासत (सुंदरनगर) का नाम पड़ा।
सुकेत सर्व देवता कमेटी (कारदार संघ) ने शुकदेव ऋषि की तपोस्थली शुकदेव वाटिका में मेले की तैयारियों का जायजा लिया और शुकदेव वाटिका में देवताओं के बैठने के स्थान चिन्हित करने बारे भी चर्चा की गई। सुकेत सर्व देवता कारदार संघ के प्रधान अभिषेक सोनी ने बताया कि प्रशासन के साथ इस बारे विचार करने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा और पहली शोभायात्रा धूमधाम से बाजार होते हुए निकाली जाएगी।
कारदार संघ के प्रधान अभिषेक सोनी का कहना है कि यह इतिहास में पहली बार होगा जब शुकदेव ऋषि की तपोस्थली से देवता मेले की जलेब आरंभ होगी। इससे पूर्व यह जलेब पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से चलकर 100 कदम दूर मेला ग्राउंड में संपन्न हो जाती थी। आम सभा में पारित हुए इस निर्णय का आम जनता भी स्वागत कर रही है। इससे शुकदेव ऋषि की तपोस्थली भी विकसित होगी।
गौरतलब है कि शुकदेव वाटिका में गुफा से ऋषि शुकदेव हर तीसरे दिन हरिद्वार स्नान करने जाते थे। वर्तमान में यह गुफा बदहाली के आंसू बहा रही है, जिसे सरकारों से लेकर भाषा एवं संस्कृति विभाग तक कोई भी सहेज नहीं पाया है। गुफा के विकसित होने से पर्यटन को भी चार चांद लगेंगे और इससे प्रदेश के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।
- Advertisement -