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मंडी। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में चल रही गुटबाजी एक बार फिर उजागर हुई है। आज कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर (Congress State President Kuldeep Rathore) के मंडी दौरे के दौरान जिला के दो बड़े नेताओं ने दूरी बनाई। पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम, उनके पोते आश्रय शर्मा और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के कार्यक्रम में हाजिरी नहीं भरी। दरअसल आज मंडी जिला कांग्रेस कमेटी (Mandi District Congress Committee) की नई कार्यकारिणी की पहली बैठक रखी गई थी। इस बैठक में प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर विशेष रूप से शामिल होने यहां आए हुए थे। बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी ने धरना-प्रदर्शन भी किया और ज्ञापन भी दिया। लेकिन इस पूरे कार्यक्रम में ना तो सुखराम (Sukh Ram), आश्रय और कौल सिंह ने समर्थकों सहित दूरी बनाकर रखी। जब इस बारे में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी की बैठक का आयोजन शॉर्ट नोटिस पर किया गया था और इन नेताओं के कार्यक्रम पहले से तय थे, जिस कारण वह नहीं आ सके। उन्होंने बताया कि उन्होंने उक्त नेताओं से व्यक्तिगत रूप से भी बात की है और इसमें गुटबाजी वाली कोई बात नहीं है।
उक्त नेता तो प्रदेशाध्यक्ष के कार्यक्रम में नहीं आए लेकिन इनके समर्थक भी नाममात्र के ही दिखे। पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर (Former Minister Kaul Singh Thakur) की बेटी चंपा ठाकुर भी कार्यक्रम से दूर रही। यहां तक की धरने-प्रदर्शन में भी यह लोग दिखाई नहीं दिए। बता दें कि कौल सिंह समर्थकों ने हालही में अपने इस्तीफे देकर पार्टी प्रदेशाध्यक्ष को बदलने की मांग उठाई थी। कुलदीप राठौर ने पार्टी के ऐसे नेताओं को नसीहत दी कि इस वक्त हम विपक्ष में हैं और हमें एकजुट होकर लड़ाई को लड़ना है। यदि पार्टी के ऐसे विरोध प्रदर्शन होते हैं तो उसमें कार्यकर्ताओं को खुद ही अपनी हाजिरी भर लेनी चाहिए।
वहीं, जब पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर से दूरभाष पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि द्रंग में कांग्रेस का सोशल मीडिया का ट्रेनिंग प्रोग्राम पहले से तय था, जिस कारण वह नहीं आ सके। वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आश्रय शर्मा ने बताया कि उनकी रिश्तेदारी में शादी समारोह चल रहा है, जिसमें शामिल होने के लिए वह प्रदेश से बाहर गए हैं। इस कारण वह इस बैठक में शामिल नहीं हो सके।
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