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हिमाचल की सुक्खू सरकार ने 19 डिग्री कॉलेज किए डिनोटिफाई, जारी की अधिसूचना
Last Updated on March 10, 2023 by sintu kumar
शिमला। हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) की सरकार ने एक और बड़ा फैसला करते हुए प्रदेश में पूर्व की बीजेपी सरकार के अंतिम 9 माह में खोले गए 19 डिग्री कॉलेजों को डिनोटिफाई (Denotify 19 Degree Colleges) कर दिया है। कैबिनेट के फैसले के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने यह फैसला किया। इसको लेकर शुक्रवार को शिक्षा सचिव की ओर से अधिसूचना (Notification) भी जारी कर दी गई। बता दें कि प्रदेश की पूर्व की जयराम सरकार ने अप्रैल 2022 के बाद कुल 23 डिग्री कॉलेज प्रदेश भर में खोले थे। इनमें से 19 डिग्री कॉलेजों को डिनोटिफाई करने को लेकर शुक्रवार को अधिसूचना जारी की गई। इसमें 17 डिग्री कॉलेज और 2 संस्कृत कॉलेज डिनोटिफाई किए गए हैं। वहीं डिनोटिफाई किए गए कॉलेजों में तैनात सहायक प्रोफेसरों के एक या दो दिन में तबादला आदेश जारी किए जाएंगे। जबकि डेपुटेशन पर तैनात शिक्षकों को उनके पुराने कॉलेज में ट्रांसफर किया जा रहा है।
डिनोटिफाई कॉलेजों में तैनात शिक्षकों के जल्द जारी होंगे तबादला आदेश
सरकार की तरफ से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार आज डिनोटिफाई किए कॉलेजों में बिलासपुर जिला में डिग्री कॉलेज स्वारघाट और बल्हसीना, चंबा जिला में डिग्री कॉलेज मशरुंड, हमीरपुर जिला में डिग्री कॉलेज गलोड़ और लंबलू, कांगड़ा जिला (Kangra District) में डिग्री कॉलेज बरांडा, कोटला, रिडक़मार और चढियार, मंडी जिला में डिग्री कॉलेज पांगणा, पंडोह और बागा चनौगी शामिल हैं। इसके अलावा शिमला जिला का डिग्री कॉलेज जलोग और संस्कृत कॉलेज सिंगला को भी डिनोटिफाई कर दिया गया है। इसी तरह से सिरमौर जिला में डिग्री कॉलेज स्तौन अब बंद हो गया है। सोलन जिला में डिग्री कॉलेज ममलीग, चंडी और बरुणा को बंद किया गया है। जबकि कुल्लू के जगतसुख में खुला संस्कृत कॉलेज भी डिनोटिफाई कर दिया गया है।
5 नए खुले कॉलेजों में नहीं हुआ था एक भी दाखिला
बताया जा रहा है कि नए खुले कॉलेजों में से 5 में 0 एडमिशन थी। इसका मतलब यह हुआ कि जयराम सरकार में खुले कॉलेजों में से सिर्फ 4 ही बच पाए हैं। इनमें सिरमौर जिला का नोहराधार, शिमला जिला का कुपवी, चंबा जिला का बनीखेत डिग्री कॉलेज और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर (jai Ram Thakur) के सिराज का छतरी डिग्री कॉलेज शामिल है। डिनोटिफाई किए गए कॉलेजों से सहायक प्रोफेसर एक-दो दिन में ट्रांसफर किए जाएंगे। जो शिक्षक डेपुटेशन पर तैनात थे, उन्हें वापस पुराने कॉलेज में ट्रांसफर किया जा रहा है।