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शिमला। नए साल में कांग्रेस होगी आक्रामक यह ऐलान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पत्रकार वार्ता के दौरान किया है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले चार साल के दौरान करवाए गए विकास कार्यों को लेकर कांग्रेस जनता के बीच में जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया है कि नोटबंदी से पहले प्रदेश के बीजेपी के नेताओं ने कई स्थानों पर जमीनें खरीदी हैं। उन्होंने कहा कि शिमला में अपना पार्टी दफ्तर होने के बावजूद बीजेपी ने टूटीकंडी में दो बीघा जमीन ली और इस जमीन की कीमत करीब 10 करोड़ रुपए हैं।
सुक्खू ने कहा कि बीजेपी ने बिलासपुर में भी अपना भवन होने के बाद भी वहां करीब 3 करोड़ रुपए की लागत की जमीन खरीदी है। इसके अलावा सोलन में भी जमीन खरीदी है। इस जमीन की कीमत करीब 1.50 करोड़ है। ये जमीन तब खरीदी है, जबकि इनके पास इन स्थानों पर पहले से ही पार्टी के कार्यालय हैं। उन्होंने कहा कि बीजपी ने कई और स्थानों पर भी जमीनें खरीदी हैं और इसका खुलासा जल्द किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये जमीनें नोटबंदी से पहले खरीदी गई हैं और इससे लगता है कि नोटबंदी की जानकारी को सिलेक्टिव लीक किया गया है।
नोटबंदी पर कांग्रेस आक्रामक
नोटबंदी का पर कांग्रेस दिन प्रतिदिन आक्रामक होती जा रही है। सुक्खू ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर हमले किए और पीएम नरेंद्र मोदी से कई सवाल किए। उन्होंने कहा कि पीएम ने जब नोटबंदी का फैसला लिया था तो कांग्रेस ने इसका स्वागत किया था, क्योंकि कहा गया था कि कालाधन समाप्त करने के लिए यह फैसला लिया गया है, लेकिन ज्यों-ज्यों दिन बीतते गए, लोगों को इस कारण तकलीफें झेलनी पड़ी। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम ने यह फैसला लेकर देश की जनता को बैंकों के बाहर लाइन में लगा दिया और यह क्रम आज भी जारी है। उधर, लोगों की समस्याओं को कम करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। केंद्र सरकार ने और आरबीआई ने 50 दिन के भीतर 60 से ज्यादा संशोधन ला दिए और इससे लोगों को और परेशानी में डाल दिया। उनका कहना था कि पीएम मोदी आज तक देश को यह नहीं बता पाए कि इस फैसले के बाद कितना कालाधन प्राप्त हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी से सवाल किया कि नोटबंदी के 50 दिन बीतने के बाद देश की सरकार को कितना कालाधन मिला है। उन्होंने पूछा कि किन-किन लोगों के पास से यह काला धन निकला है, उनके नाम भी उजागर किए जाएं। उन्होंने पीएम से जानना चाहा कि नोटबंदी लगने के बाद देश में कितने लोगों को रोजगार से हाथ धोना पड़ा और कितने उद्योग इस अवधि में बंद हुए। इसके साथ-साथ इस दौरान बैंकों के बाहर लाइनों में लगकर कितने लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
लोगों की जमा पूंजी बैंक में
सुक्खू ने कहा कि केंद्र सरकार ने लोगों को जमापूंजी घरों से निकाली और इसे बैंक में रखवा लिय़ा और अब इसे निकालने पर पाबंदी लगा दी। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब अपने पैसा जमा करने के लिए लोगों को लाइन में लगाया और फिर उसे निकालने पर रोक लगा दी। उन्होंने कहा कि आज भी देश में अधिकतर एटीएम खाली हैं और इसकी तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है। उन्होंने जानना चाहा कि जिन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट बंद किए गए, क्या वह मकसद पूरा हुआ। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि नोटबंदी के फैसले से पहले देश के विभिन्न स्थानों पर करीब 3 लाख करोड़ रुपए जमा हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह पैसा किन-किन लोगों ने जमा किया है उसकी जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी के फैसले को सिलेक्टिव लीक किया है और इसकी आड़ में आम जनता को परेशानी में डाल दिया है।
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