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आखिर क्यों रिजाइन देना चाहता है Polytechnic College का युवा चपरासी, जानिए मामला
सुंदरनगर। मंडी जिला के सुंदरनगर में स्थित राजकीय बहुतकनीकी कॉलेज (Polytechnic College) में चपरासी के पद पर तैनात एक युवक और उसके परिवार को लगभग एक वर्ष से झूठी व बेबुनियाद शिकायतों के कारण मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है। युवक सुंदरनगर के निहरी क्षेत्र से संबंधित है। युवक ने इसी कॉलेज में कार्यरत एक महिला कर्मचारी मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। पीड़ित निखिल द्वारा अपनी नौकरी से रिजाइन (Resign) देने का मन बना लिया गया है। निखिल का कहना है कि संस्थान व तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा उक्त महिला कर्मचारी की हरकतों को छुपा कर इनकी गलतियों को और ज्यादा बढ़ावा देकर उन्हें बेवजह मानसिक और दिमागी तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है। अब हर जगह से हार जाने के बाद निखिल ने हताश होकर प्रदेश सरकार व तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम ठाकुर से मामले की गहनता से जांच कर उन्हें इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है।
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पिछले एक वर्ष से चपरासी के पद पर है तैनात
पीड़ित निखिल ने कहा कि वह राजकीय बहुतकनीकी संस्थान सुंदरनगर में पिछले 1 वर्ष से चपरासी (Peon) के पद पर कार्यरत है और विभाग द्वारा संस्थान के नजदीक ही रहने के लिए सरकारी आवास दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस सरकारी आवास में वे अपने परिवार के साथ रहते हैं, लेकिन एक महिला कर्मचारी लड़ाई के उद्देश्य से उन्हें परेशान करती है और यह महिला पहले वहां पर आस-पास रहने वाले लोगों के साथ कई बार लड़ाई-झगड़ा, अभद्र व्यवहार और गाली गलौज कर चुकी है। निखिल ने कहा कि उक्त महिला सभी लोगों की झूठी शिकायतें संस्थान के उच्च अधिकारियों से कर उन्हें इस आवासीय कॉलोनी से निकाल देती है, जबकि महिला क्लास-3 कर्मचारी होने के बावजूद क्लास-4 कर्मचारियों के लिए बने आवास में रहती है।
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पुलिस तक भी जा चुका है मामला, हुआ था समझौता
निखिल ने कहा कि कुछ महीनों पहले उक्त महिला कर्मचारी द्वारा उनके साथ लड़ाई-झगड़ा कर उनकी शिकायत संस्थान के उच्च अधिकारी को कर दी। लेकिन मामला इतना बढ़ गया कि उन्हें पुलिस थाना सुंदरनगर (Police Station Sundernagar) में महिला की शिकायत करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि इसके बाद महिला कर्मचारी द्वारा उन्हें लगातार परेशान किया गया। इसकी शिकायत उनके द्वारा उपायुक्त मंडी को की गई। लेकिन विभाग द्वारा उनका और महिला कर्मचारी का समझौता करवा दिया गया। इस पर दोनों ने अपनी-अपनी शिकायतों को वापस ले लिया। निखिल ने कहा कि उनकी बहन द्वारा महिला कर्मचारी के साथ हुए विवाद की आरटीआई (RTI) मांगी गई तो उसका जवाब भी आधा-अधूरा लगभग 9 माह बाद दिया गया। निखिल की बहन देवेंद्रा नेगी ने कहा कि संस्थान द्वारा आरटीआई की जानकारी छुपाई जा रही है। उन्होंने कहा कि उनके भाई को मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि मामले की गहनता से जांच की जाए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर उनके भाई ने प्रताड़ित होकर कोई गलत कदम उठाता है तो उसका जिम्मेदार संस्थान और इसके कुछ अधिकारी होंगे।
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सेवानिवृत्त अधीक्षक ग्रेड-2 ने भी महिला कर्मचारी पर लगाए आरोप
बहुतकनीकी संस्थान सुंदरनगर से सेवानिवृत्त अधीक्षक ग्रेड-2 भगत सिंह ठाकुर ने कहा कि उक्त महिला कर्मचारी द्वारा पहले भी कई लोगों के खिलाफ झूठी शिकायतें की गई हैं। उन्होंने कहा कि जब वे सेवानिवृत्त नहीं हुए थे तो उसी दौरान प्रधानाचार्य के आदेश पर उन्हें ड्यूटी के दौरान संस्थान में जिस वर्दी पहनने के लिए कहा था, लेकिन इसी की आड़ में महिला ने संस्थान को गाली गलौज करने की झूठी शिकायत दे दी थी। उन्होंने कहा कि उक्त महिला कर्मचारी संस्थान के सभी लोगों को इस तरह से तंग करती है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस महिला कर्मचारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए। मामले को लेकर जब तकनीकी शिक्षा मंत्री हिमाचल प्रदेश बिक्रम सिंह ठाकुर (Bikram Singh Thakur) से बात हुई तो उन्होंने कहा जैसे ही लिखित तौर पर शिकायत उनके पास आएंगी मामले में तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।