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कांग्रेस सरकार संस्थानों को डि नोटिफाई कर जनता को दे रही धोखा: सुरेश कश्यप
ऊना। प्रदेश में सत्तासीन कांग्रेस द्वारा बीजेपी सरकार के समय खोले गए संस्थानों को डी नोटिफाई (Denotifying) करने बाद बीजेपी और कांग्रेस में बयानबाजी लगातार बढ़ती जा रही है। इसी बीच बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप (BJP State President Suresh Kashyap) ने ऊना में एक बार फिर सरकार के निर्णय को गलत बताते हुए इसे प्रदेश की जनता से धोखा करार दिया है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सरकार बने 20 दिन का समय गुजर चुका है, लेकिन सरकार अभी तक ना ही मंत्रीमंडल बना पाई और ना ही विधायकों की शपथ हो पाई है। लेकिन विधायकों की शपथ से पहले ही विधायकों की एक कमेटी बनाकर सरकार ने बीजेपी कार्यकाल में खोले गए 619 संस्थानों को बंद करने का निर्णय ले लिया है। उन्होंने कहा कि बंद हुए संस्थानों में सबसे ज्यादा स्वास्थ्य संस्थानों (Health Institutions) को डी नोटिफाई किया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड जैसी विकट परिस्थिति में स्वास्थ्य संस्थान बंद करना सरकार का सबसे गलत निर्णय है।
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वहीं उप मुख्यमंत्री द्वारा सर्विस सिलेक्शन बोर्ड को घोटालो का अड्डा बताने के ब्यान पर पलटवार करते हुए सुरेश कश्यप ने कहा कि सरकार कांग्रेस (Congress Govt) की है अगर उन्हें इस तरह का शक है तो कांग्रेस को इस मामले में जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार (BJP Govt) के समय जब पुलिस भर्ती का पेपर लीक हुआ था तो सरकार ने तत्काल कार्रवाई की थी। उन्होंने कहा कि सर्विस सिलेक्शन बोर्ड को लेकर हुई पुलिस की कार्रवाई का श्रेय भी कांग्रेसी नेता खुद लेने का प्रयास कर रहे है। वहीं विधानसभा चुनावों में हार के बाद सामने आ रही गुटबाजी के सवालों का जबाब देते हुए सुरेश कश्यप ने कहा कि बीजेपी विधानसभा चुनावों में मात्र 0ण्9 प्रतिशत मतों से पिछड़ी है। उन्होंने कहा कि हार के जो भी कारण है उनकी जल्द ही समीक्षा की जाएगी और भविष्य उन गलतियों से सबक लेते हुए आगे बढ़ा जायेगा।