-
Advertisement
नहीं बदलेगा दिल्ली का रंग, इस बारी भी नहीं आएंगे भगवाधारी- सर्वे
Last Updated on January 7, 2020 by
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने सोमवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) की तारीखों का ऐलान कर दिया। जिसके बाद से सूबे में सियासी चहलकदमी बढ़ गई है, वहीं लोगों द्वारा आने वाली सरकार को लेकर कयास लगाए जाने भी शुरू हो गए हैं। एक तरफ जहां चुनावी बिगुल बजने के बाद सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) ने दावा किया है कि वे अपने काम की बदौलत जीतेंगे। वहीं दिल्ली के प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी (BJP) का कहना है कि सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) ने पूरे पांच साल सिर्फ वादे और विज्ञापन पर खर्च किए हैं। तो ऐसे में जनता उन्हें जवाब देगी और कुर्सी से नीचे उतरेगी।
हालांकि ये तो काफी पुराना सिस्टम है कि चुनावों से पहले कोई भी दल अपनी हार का दावा नहीं करता। लेकिन इस सब के बीच एक सर्वे सामने आया है, जिसमें इस बात की तरफ इशारा किया गया है कि इस बार भी दिल्ली में बीजेपी की दाल नहीं गलने वाली। वहीं सर्वे में केजरीवाल सरकार की वापसी की बात भी दुहराई गई है। आईएएनएस-सीवोटर के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण से जाहिर होता है कि आम आदमी पार्टी की सरकार मजबूती के साथ दोबारा सत्ता में वापस आएगी। यह सर्वेक्षण जनवरी के पहले हफ्ते में किया गया और सोमवार को जारी हुआ।
इसके मुताबिक यदि चुनाव जनवरी के पहले हफ्ते में हो तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप 2015 में मिली जीत को दोहरा सकती है। बता दें कि सर्वेक्षण का सैंपल साइज 13,076 था। यह दिल्ली चुनाव से संबंधित पहला सर्वेक्षण है। गौरतलब है कि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आठ फरवरी को मतदान होंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी। तो ऐसे में 11 फरवरी तक का इंतजार करना ज्यादा उचित रहेगा क्योंकि कयासबाजी और बयानबाजी का दौर तो अभी शुरू ही हुआ है।