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शिमला। कांग्रेस (Congress) विधायक दल की बैठक में आगामी रणनीति बनाएगी। वहीं, निलंबित विधायकों (Suspended Congress MLA) ने दो टूक कह दिया है कि यह सदन के अंदर से निकाल सकते हैं, लेकिन हम विधानसभा परिसर (Vidhan Sabha Premises) में बैठकर अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे। सुबह 11 बजे से सत्र स्थगित होने तक विधानसभा परिसर में बैठकर विरोध जताएंगे। यहां मीडिया से बातचीत में विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि विधानसभा डिप्टी स्पीकर, मंत्रियों को कांग्रेस के विधायकों को धक्का देने का अधिकार किसने दिया। उन्होंने कहा कि यह सारा हंगामा विधानसभा के बाहर हुआ है। इस पर सरकार ने तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाते हुए विपक्ष के विधायकों को निलंबित किया है, वह विधानसभा के बाहर बैठेंगे और सरकार की नीतियों का लगातार विरोध करते रहेंगे।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि अभी राज्यपाल (Governor) ने अभिभाषण के 5 से 6 पेज ही पढ़ें थे, जिसके बाद वह अंतिम पेज पर आ गए और अभिभाषण को समाप्त कर दिया गया। इसी को लेकर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Leader of Opposition Mukesh Agnihotri) ने विरोध जताया। विरोध जताना विपक्ष का अधिकार है। विपक्ष राज्यपाल के साथ बात करना चाहता था, जिसके लिए वह स्पीकर चैंबर के बाहर नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान सरकार की तरफ से कौन बात करने आया। बात करने तो कोई नहीं आया लेकिन जब हमने राज्यपाल से बात करनी चाही तो विधानसभा के डिप्टी स्पीकर, मंत्री और बीजेपी विधायक वहां पर आकर धक्का मुक्की करने लगे। हमने कहा कि हम राज्यपाल से बात करना चाहते हैं, धक्के मत मारो।
उन्होंने कहा कि एफआईआर (FIR) करने की सरकार की धमकियों से हम डरने वाले नहीं हैं। जो भी घटनाक्रम हुआ है, इसके लिए हम बीजेपी सरकार (BJP Govt) को दोषी मानते हैं। सरकार में अनुभवी नेता की कमी के कारण विपक्ष का अपमान हो रहा है। सरकार विपक्ष से बात ही नहीं करना चाहती है, बस तानाशाही चलाने की कोशिश की जा रही है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह गतिरोध टूट सकता है पर सरकार बात करने की कोशिश तो करे। हम भी चाहते हैं कि सदन सुचारू रूप से चले और जनता की समस्याओं और मांगों को उठाया जा सका। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आगामी रणनीति विधायक दल की बैठक में बनाएगी। इसमें तय होगा कि विपक्ष (Opposition) के विधायक सदन में जाएंगे या नहीं।
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