-
Advertisement
NPA पर बेनतीजा रही वार्ता- शांडिल बोले-सीएम के समक्ष व कैबिनेट में लाया जाएगा मामला
शिमला। नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (NPA) बंद करने के हिमाचल सरकार के फरमान को लेकर स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल व हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के बीच बीच हुई बैठक बेनतीजा रही। डॉक्टर एनपीए बंद करने के फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे थे लेकिन स्वास्थ्य मंत्री का कहना था कि सरकार इस फैसले पर पुनर्विचार करेगी। ये सारा मामला सीएम सुक्खू के समक्ष और कैबिनेट में लाया जाएगा। एनपीए बंद करने के मामले को लेकर हिमाचल प्रदेश सरकार घिरती हुई नजर आ रही है।
29 मई से 11 बजे तक पेन डाउन स्ट्राइक
उधर डॉक्टरों ने सरकार के फैसले का विरोध करते हुए आज काले बिल्ले लगाकर अस्पतालों में सेवाएं दी। इसके बाद वे 29 मई से 11 बजे तक पेन डाउन स्ट्राइक पर जाएंगे। हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने बताया कि सरकार का डॉक्टरों का एनपीए बंद करना तर्कसंगत नहीं है। सरकार के इस फैसले से डॉक्टरों का मनोबल भी टूटा है। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री से एनपीए को बंद करने के फैसले को वापस लेने की मांग की गई है। एसोसिएशन के महासचिव ने कहा कि जब तक सरकार इस फैसले को वापस लेने की अधिसूचना जारी नहीं करती है तब तक डॉक्टरों का विरोध जारी रहेगा।
डॉक्टरों से हड़ताल पर ना जाने का आह्वान
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि डॉक्टरों के साथ एनपीए मामले को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा हुई है और सरकार ने नए भर्ती हो रहे डॉक्टरों के एनपीए को बंद करने का फैसला लिया है लेकिन डॉक्टर इसको लेकर आपत्ति जाहिर कर रहे हैं। मामला सीएम और कैबिनेट के समक्ष लाया जाएगा और सरकार इस पर पुनर्विचार करेगी। डॉक्टरों से हड़ताल पर ना जाने का आह्वान किया गया है ताकि किसी भी मरीज को परेशानी ना हो।
यह भी पढ़े:जनविरोधी निर्णय ले रही सरकारः डॉक्टरों का एनपीए बंद करना गलत, लोगों पर पड़ेगा असर