-
Advertisement
हाथ ‘चूमकर’ Covid-19 के इलाज का दावा करने वाले ‘बाबा’ की संक्रमण से मौत, 24 लोगों को दे गया बीमारी
Last Updated on June 12, 2020 by Deepak
रतलाम। देश भर में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच मध्य प्रदेश के रतलाम से एक बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पर हाथ ‘चूमकर’ कोरोना वायरस ठीक करने का दावा करने वाले ‘बाबा’ (Baba) की संक्रमण से मौत हो गई है। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए स्थानीय अधिकारी ने बताया कि ‘बाबा’ के संपर्क में आए 24 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की है। बाबा के संपर्क में आए लोगों का कोविड-19 (Covid-19) टेस्ट पॉज़िटिव आने के बाद इसका खुलासा हुआ है।
प्रशासन ने 29 बाबाओं को क्वारंटाइन किया
रिपोर्ट्स के अनुसार कोविड-19 पॉज़िटिव पाए गए 24 लोगों में 13 पुरुष व 11 महिलाएं शामिल हैं। 17 केस रतलाम के तो 7 केस जावरा के हैं। बाबा की 4 जून को कोरोना से मौत (Death) हो गई थी। वहीं 3 जून को मिली महिला व 8 जून को मिले 6 लोग की रिपोर्ट भी पॉजिटिव (Positive) थी। ये भी बाबा के संपर्क में आए थे।
यह भी पढ़ें: Uttarakhand में दौड़ेगी Metro: हरिद्वार से ऋषिकेश के रूट को सरकार ने दी अनुमति
मंगलवार को प्रशासन ने एहतियात के तौर पर 29 बाबाओं को क्वारंटाइन किया है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि बाबाओं से खतरा इसलिए है कि ये झाड़ फूंक करते हैं, व मतरी चीजें भी देते हैं। ऐसे में यदि एक भी बाबा संक्रमित हुआ तो बड़ा खतरा है। अभी इन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा है। लक्षण दिखने पर इनके सैंपल लिए जाएंगे।
एमपी में 10 हजार के पार हो गया है कोरोना
क्वारंटाइन भेजे गए बाबाओं में से एक फारूख खान का कहना है, ‘हमसे जो बनता है करते हैं, 25 साल पुराना स्थान है ट्रांजीशन दवा बनाकर देता हूं, दुआ करता हूं अल्ला ताला अच्छा कर दें। 3 दिन से पटक रखा है क्वारंटाइन मे। मैं पथरी की दवा देता हूं।’ वहीं इस बारे में सीएमएचओ प्रभाकर नानावरे ने बताया कि एक कोरोना संक्रमित मरीज जो झाड़फूंक कर इलाज करते थे उनकी मौत हो गई थी, उनकी कॉन्टेक्ट हिस्ट्री निकाली तो लंबी चौड़ी लिस्ट सामने आए जिसके बाद फैसला हुआ जितने भी ऐसे लोग जिले में हैं ताबीज करने वाले, उन सबको एहतियात के तौर पर क्वारंटाइन किया है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 10 हजार के पार पहुंच गया है, अच्छी बात ये है कि राज्य रिकवरी के मामले में देश में दूसरे नंबर पर हैं जहां 68 फीसद से ज्यादा मरीज स्वस्थ हुए हैं।