-
Advertisement
फ्रेंडशिप पीक पर लापता पर्वतारोही आशुतोष की मिलने की जगी आस, मिला हेल्मेट
कुल्लू। हिमाचल की पर्यटन नगरी मनाली (Manali) के फ्रेंडशिप पीक पर ग्लेशियर की चपेट में आने के बाद लापता (Missing) हुए पर्वतारोही आशुतोष (Mountaineer Ashutosh) की गुरुवार पांचवे दिन मिलने की उम्मीद जगी है। आज पांच दिन बाद रेस्क्यू टीम को पर्वतारोही का हेल्मेट मिला है। जिसके बाद से उम्मीद जगाई जा रही है कि लापता भी अब मिल जाएगा। वहीं आशुतोष की तलाश के लिए अब नई विशेषज्ञों की टीम को भी लापता की तलाश के लिए भेजा गया है। इस रेस्क्यू टीम को तिरंगा नाम दिया गया है।
यह भी पढ़ें:मनाली में रेको एवलांच रेस्क्यू डिवाइस से की जाएगी लापता पर्वतारोही की तलाश
बता दें कि यह टीम अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के तत्वाधान में सियाचिन में तैनात रहती है और इस टीम के सदस्यों को हिमस्खलन (Avalanche) में लापता हुए लोगों को तलाश करने के बेहतर तरीके पता है। बता दें कि आशुतोष को ढूंढने के लिए जिला प्रशासन ने अब तक तीन टीमों को भेजा था, लेकिन यह सभी टीमें खाली हाथ लौट आईं हैं। तीनों ही टीमों को बर्फीली हवा के बीच आशुतोष को ढूंढने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिसके चलते अब फ्रेंडशिप पीक पर लापता पर्वतारोही आशुतोष की तलाश के लिए विशेषज्ञों की मदद (Expert Help) ली जा रही है। अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं खेल संस्थान की एक और टीम वीरवार को फ्रेंडशिप पीक पर रवाना हुई हो गई है। हिमस्खलन में रेस्क्यू (Rescue) की तकनीकी जानकारी के लिए तिरंगा माउंटेन बचाव दल (टीएमआर) के तीन सदस्य भी इस टीम के साथ गए हैं।
12 विशेषज्ञों की टीम फ्रेंडशिप पीक को हुई रवाना
बता दें कि दिल्ली से बुलाई गई विशेषज्ञों की टीम को बर्फ में लापता को ढूंढने का अच्छा खासा अनुभव है। यह टीम हिमस्खलन बचाव एवं प्रशिक्षण के माध्यम से कठिन क्षेत्रों में तैनात सेना के जवानों का जीवन बचाने में अपनी अहम भूमिका अदा करती है। भारतीय सेना से संबद्ध इस गैर.लाभकारी संगठन की स्थापना 2016 में की गई थी। इस टीम में 12 सदस्य हैं।