-
Advertisement
ड्रैगन को मजबूर करने निकला आजादी का ये “परवाना”
Last Updated on February 18, 2021 by
ऊना। प्रदेश के धर्मशाला क्षेत्र मैक्लोडगंज में शरणार्थियों के रूप में रह रहे तिब्बती समुदाय के एक युवा ने धर्मशाला से दिल्ली तक पैदल मार्च शुरू की है। 12 फरवरी को धर्मशाला से निकले तेंजिन सुंडू नाम के तिब्बती शरणार्थी ने अपनी इस पैदल यात्रा का उद्देश्य तिब्बत की आजादी की आवाज उठाना और भारत की सुरक्षा को लेकर प्रार्थना करना बताया है। तेंजिंग का कहना है कि वर्ष 2020 में अमरीका ने भी यह माना कि तिब्बत कभी आजाद राष्ट्र हुआ करता था। यही आवाज विश्व के हर कोने से उठनी चाहिए ताकि ड्रैगन को भी तिब्बत को स्वतंत्र करने पर मजबूर होना पड़े। तिब्बत तो सदैव भारत का मित्र रहा है और इसी मित्रता का प्रमाण है कि आज तिब्बती निर्वासित सरकार भी भारत से ही चल रही है। तिब्बत के स्वतंत्र होने का भारत को काफी लाभ मिलेगा।