-
Advertisement
Solan: राजाओं के काल में बना फल संतति भवन Arki बना खंडहर, कर्मचारियों का भी टोटा
Last Updated on July 30, 2020 by Vishal Rana
सोलन। उपमंडल अर्की (Arki) में फल संतति भवन अपनी दयनीय हालत पर आंसु बहा रहा है। राजाओं के काल में बना ये भवन वर्ष 1973 में फल संतति विभाग को सौंपा गया था। लेकिन, जर्जर हालत में हो चुके इस भवन के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया इतनी सुस्त है कि अब यह भवन खंडहर (Ruin) में तबदील हो चुका है। बता दें कि अर्की स्थित फल संतति विभाग का यह कार्यालय करीब 13 बीघा जमीन पर सन 1973 से बना हुआ है। किसान बागवानों के लिए हर वर्ष हजारों की संख्या में फलदार पौधों (Fruits Plants) की नर्सरी तैयार करने वाला यह फल संतति एवं उद्यान प्रदर्शन विभाग इन दिनों पर्याप्त कर्मचारियों के ना होने से भारी मुश्किलों का सामना कर रहा है। कर्मचारियों के अभाव में यहा फलदार पौधों की प्रजातिया तैयार करने की बजाय अब बाहर से पौधे लाकर किसानों को दिए जा रहे हैं।
सृजित किए छह पदों में दो ही भरे, चार अभी भी खाली
जानकारी के अनुसार उद्यान विभाग को इस नर्सरी में 6 पद सृजित किए गए हैं। इसमें से एक पद उद्यान प्रसार अधिकारी व पांच पद बेलदार के हैं आलम यह है कि वर्तमान समय में 6 पदों में से केवल दो ही पद भरे हैं बाकी चार पद खाली पड़े हैं। खाली पदों का खामियाजा बाकी एक बचे बेलदार को भुगतना पड़ रहा है ।
एक बेलदार के सहारे पौधों का वितरण व नर्सरी की देखरेख
बरसात के मौसम में जब पौधा रोपण का कार्य अपने चरम सीमा पर होता है तब बेलदारों के सहारे पौधों का वितरण व नर्सरी की देख रेख करना और ज्यादा मुश्किल हो जाता है। करीब 13 बीघा में पहले फल सस्ती एवं विज्ञान प्रदर्शन केंद्र अर्की में अनार, आम, नींबू, गलगल, पलम, खुमानी, आडू के अलावा अन्य कई प्रकार के लगभग 10 हजार पौधों की नर्सरी तैयार की जाती थी। इस नर्सरी से उपमंडल की लगभग 25 पंचायतों के लोगों को सीधा-सीधा लाभ मिल रहा। वहीं लोगों का कहना है कि अब हमें नर्सरी से पौधे उपलब्ध नहीं हो रहे हैं और जो उपलब्ध भी हो रहे हैं वह भी महंगे दामों पर मिल रहे हैं।
क्या कहते हैं उद्यान प्रसार अधिकारी
उद्यान प्रसार अधिकारी अर्की प्रेमचंद कालिया ने कहा कि फल सन्तति एवं उद्यान प्रदर्शन केंद्र अर्की केवल एक बेलदार के सहारे चल रहा है। उन्होंने कहा कि 2 वर्ष पहले जब वह इस नर्सरी में अधिकारी के पद पर कार्यरत थे उस समय यहां पौधों को बाहर से लाने की आवश्यकता नहीं पड़ती थी। लेकिन अब पौधे बाहर से लाकर लोगों को मुहैया करवाए जा रहे हैं। वहीं, भवन की बात की जाए तो उन्होंने कहा कि भवन का एस्टीमेट बन गया है जल्द ही इस भवन निर्माण के कार्य को शुरू कर दिया जाएगा।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group